निगम में यह करेगी टीम पहले व दूसरे दिन टीम निगम में निकाय के आंकड़ों का संग्रह करेगी और इनके सत्यापन करने के साथ ही अधिकारियों के साथ बातचीत करेगी। आयुक्त निगम के कामकाज का प्रदर्शन का स्व-मूल्यांकन प्रदर्शित करेंगे। आयुक्त बताएंगे कि नगर निगम ने अपने स्तर पर जो स्वयं आकलन किया है, उसमें इतने नंबर मिल रहे है और उससे संबंधित दस्तावेजों के जरिए प्रजेंटेशन भी देंगे।
– राज्य में सबसे पहले उदयपुर नगर निगम ओडीएफ घोषित हुआ। सेनिटेशन के साथ इसके 420 अंक है। – डोर-टू-डोर कचरा निस्तारण सभी वार्डों में लागू कर दिए गए है, अन्य बिन्दुओं सहित इसके 350 अंक है।
– ठोस कचरा निस्तारण में हम पीछे हैं लेकिन हमने टेंडर कर दिया है। अन्य बिन्दुओं सहित इसके 420 अंक हैं। हमें टेंडर के 30 अंक तो मिलेंगे।
– 420 कचरा संग्रहण व परिवहन – 350 कचरे का उपचार व निष्पादन
– 420 स्वच्छता व ओडीएफ – 70 आईएसी व व्यवहार परिवर्तन
– 70 क्षमता निर्माण
– 1200 प्रत्यक्ष पर्यवेक्षण – 1400 सिटीजन फीडबैक
– 4000 कुल अंक का सर्वेक्षण – 4041 शहरों से मुकाबला
– 434 शहर थे पिछले साल – 71 तरह के प्रश्न होंगे
निगम ने स्वयं के सर्वे में ऐसे आंका – 420 में से 328 डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण में
– 420 में से 370 ओडीएफ एवं सेनिटेशन में – 70 में से 70 कैपेसिटी बिल्डिंग
– 70 में से 49 व्यवहार परिवर्तन – 70 में से 70 इनोवेशन
———- वर्ष 2017 में उदयपुर का ओवरऑल परिणाम – उदयपुर को 2000 में से 764 अंक मिले
यहां आगे रहे क्षमता संवर्धन : उदयपुर को 50 में से 45 अंक मिले
यहां हम जीरो पर
अब तक की परीक्षा में उदयपुर 2010 में 262वें स्थान पर
2015 में 417वें स्थान पर 2017 में 310वें स्थान पर