बिन्दोली समाज के मंदिर से प्रारम्भ हुई जो जगदीश चौक, भट्टियानी चौहट्टा, रंग निवास, कालाजी गोराजी होते हुए आरएमवी स्कूल पहुंची। जहां पर शाम को खाटू श्यामजी की भजन संध्या हुई। सेवा समिति के संरक्षक गोविन्द खजवाणिया ने बताया कि सोमवार सुबह 8 बजे सामुहिक तोरण वंदन हुआ। इसके बाद प्रत्येक जोड़ों की अलग-अलग हाइड्रोलिक स्टेज पर वरमाला हुई। इस दौरान दूल्हनों को डोली में बिठाकर वरमाला के लिए लाया गया। इसके बाद सामुहिक विवाह एवं तुलसी विवाह की रस्म सुबह 11:30 बजे सम्पन्न हुई। उन्होंने बताया कि सभी जोड़ों को विवाह पंजीयन प्रमाण पत्र नगर परिषद से बनवाकर प्रदान किए जाएंगे। सरकार से अनुदान की राशि की एफडी सभी जोड़ों को दी जाएगी। वधु पक्ष को सोने का मंगल सुत्र, नाक का कांटा, कान के टोप्स, चाँदी की पायजब जोड़ी एवं बिछिया दी जाएगी।