आरएनटी मेडिकल कॉलेज के ड्रग वेयर हाउस इंजार्ज और चिकित्साधिकारी सर्जरी डॉ. दीपक सेठी ने बताया कि गत तीन दिन से सर्दी-जुखाम था। दवाई लेने पर भी ठीक नहीं होने पर जांच करवाई तो स्वाइन फ्लू पॉजीटिव पाया गया। चिकित्सक ने स्वयं व परिजनों को गोलियां दी। इधर, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिलने पर टीम ने चिकित्सक के निवास पर पहुंच कर उनके सम्पर्क में आए 27 एवं हॉस्पिटल में 14 जनों को टेमी फ्लू की गोलियां दी।
बदइंतजामी का शिकार हुई प्रसूता, एक घंटे सीएचसी के बाहर रही खड़ी गोगुन्दा. सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर अव्यवस्थाओं से रोगी परेशान है। इन्हीं अव्यवस्थाओं का शिकार बुधवार को प्रसूता को होना पड़ा। दर्द से कराहती प्रसूता सीएचसी के बाहर गेट पर एक घण्टे तक इंतजार करती रही। सीएचसी की 108,104 व एंबुलेस होने के बावजूद समय पर उपलब्ध नहीं हो पाई। काछबा निवासी करणसिंह मोजावत पुत्री चंचल को प्रसव के लिए सीएचसी लेकी पहुंचे, जहां मौजूद स्टाफ व चिकित्सक ने बिना एंबुलेस की जानकारी किए उदयपुर रेफर कर दिया। प्रसूता गेट के बाहर दर्द से कराह रही थी परन्तु सीएचसी में कोई एंबुलेस नहीं थी। बाद में पदराड़ा से आई 104 से प्रसूता को उदयपुर भेजा गया। इधर, करणसिंह ने बताया कि सीएचसी में दो एंबुलेस खड़ी थी परन्तु चालक नहीं थे। प्रसूता की गंभीर स्थिति से कई बार चिकित्सकों का ध्यान आकर्षित किया लेकिन उन्होंने गौर नहीं किया। ग्रामीणों ने बताया कि सीएचसी में दिन में चिकित्सक नहीं रहते जिससे परेशानी होती है।
&पूरे ब्लॉक में 8 एंबुलेस है। आज कहीं गई होगी। चिकित्सालय की एंबुलेस भी 108 में कनवर्ट करवा रखी है। दिन में चिकित्सक मौजूद रहते हैैं।
डाॅ. राकेश पोरवाल, सीएचसी प्रभारी, गोगुन्दा