——– 47 छात्राओं को भेजा घर जनजाति विभाग के उपायुक्त सुरेशकुमार खटीक ने बताया कि स्कूल से ४७ छात्राओं को गत दिनों घर भेज दिया गया है, वह अलग-अलग दिनों में अपने अभिभावकों के साथ स्वैच्छा से घर चली गई है, क्योंकि सरकार के निर्देशानुसार फिलहाल छठीं से आठवीं की कक्षाएं बंद की गई हैं। यहां 340 छात्राओं को रखा जा सकता है। अभी छात्रावास में 144 फिलहाल मौजूद है। सभी छात्राओं में से 7 को खासी जुकाम हैं। इसे लेकर प्राचार्य ने सीएमएचओ को 13 जनवरी को पत्र लिखकर कोरोना जांच करवाने के लिए लिखा था, हालांकि इसमें छात्राओं के बीमार होने की कोई जानकारी नहीं दी गई। प्रधानाचार्य डिम्पल घोघरा कोटा से प्रशिक्षण लेकर लौटी हैं, जांच में वह पॉजिटिव आई थी, जो होम आइसोलेशन में हैं।
—— मुझे अभी तक तो पत्र नहीं मिला है, लेकिन जनजाति विकास विभाग के अधिकारियों से बातचीत में पता चला है कि कुछ छात्राओं को खांसी, सर्दी, जुकाम है। जिनकी जांच हम सोमवार को करवा रहे हैं।
डॉ दिनेश खराड़ी, सीएमएचओ उदयपुर —– मैं दो दिन से काम देख रहा हूं, कोई बच्ची बीमार नहीं है, सात छात्राओं को सर्दी, खांसी है। फिलहाल छात्रावास में नौंवी से बारहवीं की 144 छात्राएं है। स्कूल में काम चल रहा है, इसलिए मैं रविवार दिन भर वहीं था, कोई छात्रा बीमार नहीं है, किसी को बुखार नहीं है।
भरत चौबीसा, कार्यवाहक प्रधानाचार्य, मॉडल पब्लिक रेजिडेंसियल स्कूल ढीकली —— स्कूल में कोई छात्रा बीमार नहीं है, कुछ में आईएलआई के लक्षण हैं, जिनकी हम सोमवार को जांच करवा रहे हैं।144 में से 100 छात्राओं से तो मैंने स्वयं ने बात की है। आज छात्राओं के बीमार होने की जो जानकारी मिली है, वह गलत है। आईएलआई वाली छात्राओं को गर्म पानी व हल्दी वाला दूध दे रहे हैं।
सुरेशकुमार खटीक, उपायुक्त जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग उदयपुर —— ढीकली के मॉडल पब्लिक रेजीडेंसियल स्कूल में 200 बालिकाओं के बीमार होने की जानकारी मिलने पर जिला कलेक्टर चेतन देवड़ा से छात्राओं की स्क्रीनिंग करवाकर सभी स्वास्थ सुविधा उपलब्ध करवाने की मांग की है, इस पर कलक्टर ने जल्द स्क्रीनिंग व अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं का आश्वासन दिया है।
डॉ. जिनेन्द्र शास्त्री, आपदा राहत एवं सहयोग विभाग राजस्थान के प्रदेश संयोजक, भाजपा