READ MORE : उदयपुर के टाउनहॉल में पार्किंग की कमान संभाली होमगार्ड ने, तय समय और टिकट दर पर होगी संचालित दोनों आरोपितों के विरुद्ध चालान पेश होने पर अपर लोक अभियोजक अशोक कुमार सिंघवी ने 21 गवाह व 59 दस्तावेज पेश किए। आरोप सिद्ध होने पर अपर जिला एवं सत्र न्यायालय क्रम-4 के पीठासीन अधिकारी विक्रम चौधरी ने दोनों आरोपितों को धारा 397 में 7-7 वर्ष की कठोर कैद व पांच-पांच हजार रुपए जुर्माना, धारा 452/34 में 3-3 वर्ष के कठोर कारावास व पांच-पांच हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई। निशांत को धारा 4/25 आम्र्स एक्ट में एक वर्ष की साधारण कैद व एक हजार रुपए जुर्माना की सजा अलग से सुनाई गई।
यह था मामला
केनरा बैंक की क्लर्क रागिनी यादव ने अम्बामाता थाने में रिपोर्ट दी कि घटना वाले दिन वह और वंदना सिंघवी बैंक में कैश व ऑर्थोराइज्ड काउंटर पर काम कर रहे थे। बैंक मैनेजर रोशनलाल सालवी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अश्विन चौहान के साथ बैंक की वसूली के लिए बाहर गए हुए थे। दोपहर करीब 1.35 बजे हेलमेट व नकाब पहने दो बदमाश चाकू व पिस्टल लेकर बैंक में घुसे। एक ने कैश काउंटर पर आकर धमकाया, वहां रखे एक हजार, पांच सौ व सौ के नोट की गिड्डियों के कुल 7 लाख 51 हजार 554 रुपए व पांच ग्राहकों की पासबुक थैले में भरकर ले गए। बाद में वे मोटरसाइकिल लेकर चले गए।
केनरा बैंक की क्लर्क रागिनी यादव ने अम्बामाता थाने में रिपोर्ट दी कि घटना वाले दिन वह और वंदना सिंघवी बैंक में कैश व ऑर्थोराइज्ड काउंटर पर काम कर रहे थे। बैंक मैनेजर रोशनलाल सालवी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अश्विन चौहान के साथ बैंक की वसूली के लिए बाहर गए हुए थे। दोपहर करीब 1.35 बजे हेलमेट व नकाब पहने दो बदमाश चाकू व पिस्टल लेकर बैंक में घुसे। एक ने कैश काउंटर पर आकर धमकाया, वहां रखे एक हजार, पांच सौ व सौ के नोट की गिड्डियों के कुल 7 लाख 51 हजार 554 रुपए व पांच ग्राहकों की पासबुक थैले में भरकर ले गए। बाद में वे मोटरसाइकिल लेकर चले गए।
यूं खुली थी वारदात
घटना के बाद अलग-अलग टीमों ने अपने स्तर पर जांच पड़ताल की। तत्कालीन भूपालपुरा थानाधिकारी मंजीत सिंह ने अलीपुरा में स्थित हथियार की दुकानदार से पिछले दो दिन में हथियार खरीद की जानकारी जुटाई। दुकान से घटना के एक दिन पूर्व रोहित उपाध्याय द्वारा एयरगन खरीदना सामने आया। खरीद रजिस्टर में उसके मोबाइल नम्बर होने पर सीआई ने कांस्टेबल अनिल, कमलेश व बुद्धनारायण के मार्फत आरोपित को पकड़ा। कड़ाई से पूछताछ करते ही उसने मोंटी के साथ वारदात करना स्वीकार कर लिया। पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से समस्त राशि, मोटरसाइकिल, बैग, नकाब, दस्ताने आदि बरामद किए थे।
घटना के बाद अलग-अलग टीमों ने अपने स्तर पर जांच पड़ताल की। तत्कालीन भूपालपुरा थानाधिकारी मंजीत सिंह ने अलीपुरा में स्थित हथियार की दुकानदार से पिछले दो दिन में हथियार खरीद की जानकारी जुटाई। दुकान से घटना के एक दिन पूर्व रोहित उपाध्याय द्वारा एयरगन खरीदना सामने आया। खरीद रजिस्टर में उसके मोबाइल नम्बर होने पर सीआई ने कांस्टेबल अनिल, कमलेश व बुद्धनारायण के मार्फत आरोपित को पकड़ा। कड़ाई से पूछताछ करते ही उसने मोंटी के साथ वारदात करना स्वीकार कर लिया। पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से समस्त राशि, मोटरसाइकिल, बैग, नकाब, दस्ताने आदि बरामद किए थे।