थानाधिकारी मुकेश सोनी ने बताया कि आरोपियों की मोबाइल लोकेशन के आधार पर पीछा किया गया। तलाश के लिए टीम चित्तौडग़ढ़, भीलवाड़ा, राजसंमद, अजमेर, जयपुर, होते हुए हरियाणा व दिल्ली तक पहुंच गई। पहले सूचना मिली कि आरोपी हरियाणा की तरफ से किसी ट्रेन में आ सकते हैं। टीम भीलवाड़ा पहुंची, जहां आरोपी धारा सिंह की बाइक मिली। टीम ने तलाश ली तो आरोपी धारा सिंह ओड, अरविन्द ओड, रामु ओड़ व एक बाल अपचारी पटरियों पर बैठे मिले। आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। उनसे अन्य आरोपियों और हथियार के बारे में पूछताछ की जा रही है।
कार्रवाई में हेडकांस्टेबल अखिलेश्वर कुमार, कांस्टेबल नन्दकिशोर गुर्जर, जालम सिंह, राकेश कुमार, सुरेन्द्र सिंह, गजराज सिंह गुर्जर, लोकेश रायकवाल की अहम भूमिका रही।
यह था घटनाक्रम
बोरों का गुडा अम्बेरी निवासी डाली बाई पत्नी कालूजी ओड़ ने मामला दर्ज कराया था। पूछताछ में बताया कि मुरोली चित्तौडग़ढ़ निवासी बाबूलाल ओड़ की पुत्री कहीं चली गई। उसके परिजन बोरो का गुडा़ निवासी चावण्ड ओड़ के पिता कालू ओड़ पर शक करने लगे। इसी शंका को लेकर रंजिश रखने लगे। इसी के चलते आरोपी धारा सिंह ओड़ दोस्तों को लेकर बोरों का गुड़ा में कालू ओड़ की हत्या करने की साजिश रचकर आया। यहां झगड़े के दौरान राजा उर्फ लाला को आरोपियों ने कालू ओड़ समझकर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई।