makar sakranti मकर संक्रांति पर खेले जाने वाले पारंपरिक खेलों को लेकर युवाओं एवं बच्चों में उत्साह है, वहीं बाजारों में व्यवसायियों ने गेंदों एवं पतंगों की दुकानें सजानी शुरू कर दी है। इनके विभिन्न रंग और विशेषताओं वाली पतंगें बच्चों और युवाओं को आकर्षित कर रही हैं। जिसमे विशेषतोर पर इसबार कोरोना संक्रमण की गाइड लाइन के तहत पतंगों पर विशेष प्रिंट की हुई पतंगे बाजार में खूब बिक रही है । इन पतंगों पर सोशल डिस्टेंसिग, मास्क पहनना अनिवाय, कोरोना से डरना नही आदि सन्देश लिखे हुए है। वही मोदी के फोटो वाली पतंगे भी बिक रही है ।
हालांकि मेवाड़ में मकर संक्रांति के बजाय निर्जला एकादशी पर पतंग उड़ाने की परंपरा रही है, लेकिन गत कुछ वर्षों से अब संक्रांति पर भी पतंगें उडऩे लगी हैं। विक्रेता विवेक शर्मा ने बताया कि शहर में गर्मियों की छुट्टियों में पतंगें ज्यादा बिकती है, लेकिन गत चार-पांच वर्षों से संक्रांति पर भी पतंगें उडऩे लगी है। लेकिन इसबार कोरोना लॉक डाउन के दौरान खूब पतंगे उड़ी है।
इस पर्व पर भी पतंगों की मांग बढऩे लगी है। शर्मा का कहना है कि संक्रांति पर इस बार विशेष तरह की पंतगें मंगवाई हैं जिसमें कोरोना संक्रमण से बचाव के सन्देश वाली विशेष है वही बच्चों की पहली पसंद कार्टून वाली डोरेमोन, मोटू -पतलू, स्पाइडर मैन, बाहुबली, बाहुबली-2 पतंगें है। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के चित्र एवं बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ वाली पतंग के साथ ही सॉफ्टी पतंगें बहुत बिक रही हैं। पतंगों की कीमत 2 से 50 रुपए तक की पतंगें बिक रही है। दुकानदारों ने बताया कि धागे में बरेली का धागा ज्यादा बिक रहा है।दूसरी ओर, मकर संक्रांति पर घरों में जहां तिल के विविध व्यंजन के साथ ही खींच बनाया जाएगा। इसके चलते बाजार में तिल, गुड़ आदि की खूब बिक्री हो रही है।