मौसम विज्ञानी प्रो. नरपतसिंह राठौड़ ने बताया कि पूरे राजस्थान में निचले वायुमंडल में गत 10-12 दिन से 30 से 35 किलोमीटर की गति से हवा चल रही है। इससे अरब सागर से आने वाले बादल राजस्थान में बरसे बगैर ही हिमाचल प्रदेश तथा उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों से टकराकर भारी वर्षा कर रहे हैं।
हवाओं से राजस्थान के तीन-चौथाई भाग पर सूखे की स्थिति है, वहीं पश्चिमी राजस्थान में तेज आंधियों से रेत का उडऩा तथा पश्चिम से आने वाली तेज व नम हवाओं के चलने से पाकिस्तान के रेतीले क्षेत्र में फैले टिड्डी दल राजस्थान के कई भागों के साथ पंजाब, हरियाणा तथा पश्चिमी उत्तर-पश्चिमी उत्तरप्रदेश तक पहुंचकर फसलों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। राठौड़ ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम एवं पश्चिम से चलने वाली तेज हवाएं बंद होने और पूर्व से हवाएं चलने के बाद जब तापमान में बढ़ोतरी होगी तो बारिश होने की संभावना भी बनेगी। एेसे में मानसून को लेकर अभी कुछ दिन ओर इंतजार करना होगा।
हवाओं से राजस्थान के तीन-चौथाई भाग पर सूखे की स्थिति है, वहीं पश्चिमी राजस्थान में तेज आंधियों से रेत का उडऩा तथा पश्चिम से आने वाली तेज व नम हवाओं के चलने से पाकिस्तान के रेतीले क्षेत्र में फैले टिड्डी दल राजस्थान के कई भागों के साथ पंजाब, हरियाणा तथा पश्चिमी उत्तर-पश्चिमी उत्तरप्रदेश तक पहुंचकर फसलों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। राठौड़ ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम एवं पश्चिम से चलने वाली तेज हवाएं बंद होने और पूर्व से हवाएं चलने के बाद जब तापमान में बढ़ोतरी होगी तो बारिश होने की संभावना भी बनेगी। एेसे में मानसून को लेकर अभी कुछ दिन ओर इंतजार करना होगा।
32.2 डिग्री रहा अधिकतम तापमान डबोक स्थित मौसम कार्यालय के अनुसार सोमवार को अधिकतम तापमान जहां 32.2 डिग्री रहा, वहीं न्यूनतम तापमान 27.0 डिग्री दर्ज किया गयाए जो रविवार को क्रमश: 32.8 और 26.8 डिग्री दर्ज किए गए।