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उदयपुर में यहां पुल‍िस को डर के मारे गुजारनी पड़ी होटल में रातें, क‍िस डर के कारण हुआ ऐसा..जानें माजरा

महिला थानों के पीछे क्वार्टर में तीन दिन बाद आई बिजली, संबंधित विभागों ने एक-दूसरे पर डाला जिम्मा

उदयपुरJul 13, 2018 / 08:30 pm

Krishna

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उदयपुर में यहां पुल‍िस को डर के मारे गुजारनी पड़ी होटल में रातें, क‍िस डर के कारण हुआ ऐसा..जानें माजरा

मो. इल‍ियास/उदयपुर . पानी, बिजली व मूलभूत सुविधाओं के अभाव में थोड़ी सी कमी हो जाए तो लोग झगड़े-फसाद करते सडक़ों पर उतर आते हैं। अन्य विभागों की माथापच्ची के बावजूद पुलिस उन्हें काबू करने के लिए सबसे पहले पहुंचती है लेकिन जब कांस्टेबल स्तर के पुलिसकर्मी को यह सुविधा न मिले तो वे कहां एवं किससे फरियाद करें। कुछ ऐसा ही हुआ चित्रकूटनगर स्थित महिला थाने के पीछे स्थित 48 क्वार्टर्स में। तीन दिन पूर्व इस कॉलोनी के ट्रांसफार्मर में धमाके के बाद बिजली गुल हो गई। कांस्टेबलों ने विद्युत निगम को फोन किया तो उन्होंने सार्वजनिक निर्माण विभाग की सम्पत्ति में निजी ट्रांसफार्मर लगा होने से हाथ खड़े कर दिए। पीडब्ल्यूडी अधिकारी से सम्पर्क करने पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। ऐसी स्थिति में कांस्टेबलों व उनके परिवारों ने तीन दिन बगैर बिजली के गुजारे। पुलिस अधिकारियों की दखल के बाद गुरुवार रात उनके क्वार्टर्स में रोशनी आई। गौरतलब है कि बारिश के दौरान धमाके से ट्रांसफार्मर उड़ गया था।

डर के मारे होटलों में निकाली रातें
परिवारों का कहना था कि महिला थाने के पीछे एकांत में खुली जगह में ये क्वार्टर बने हुए हैं। आसपास खुला परिसर व बारिश होने से जहरीले जीव-जन्तु का भय रहता है। रात में अंधेरे में कोई दरवाजा खोल नहीं सकता। ऐसी स्थिति में गर्मी, उमस के बीच एक दिन तो जैसे-तैसे गुजारा। अगले दिन होटलों व रिश्तेदारों के यहां जाकर रहना पड़ा। परिवारों का कहना कि बिजली नहीं होने से क्वार्टर्स की टंकियों में पानी भी नहीं चढ़ पाया। दो दिन तो अधिकतर बच्चे स्कूल भी नहीं जा सके।
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यह है नियम

किसी भी परिसर में 50 केवी से अधिक लोड होने पर निजी ट्रांसफार्मर लगाया जाता है। इसके तहत मॉल, कॉम्पलेक्स, बड़े औद्योगिक समूह, चिकित्सालय, सरकारी कॉलोनियां शामिल हैं। चित्रकूटनगर में पुलिस क्वार्टर भी सार्वजनिक निर्माण विभाग की सम्पत्ति है। वहां लगे ट्रांसफार्मर की जिम्मेदारी भी उन्हीं की है।

अधिकारी बोले…

तीन दिन बिजली बंद रहने से जवानों व उनके परिवारों को परेशानी हुई। पता चलते ही बिजली विभाग को कहकर ट्रांसफार्मर दुरुस्त करवाया।
बृजेश सोनी, एएसपी मुख्यालय

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