मजबूरी ही है यह कर्मचारी समीप के कक्ष में बैठकर बीते दो दिनों से केवल टाइम पास कर रहा है। इधर, अधिशासी अभियंता कार्यालय के कर्मचारी कुछ ओर ही बयानबाजी कर रहे हैं। उनकी मानें तो अधिशासी अभियंता ने कर्मचारी को सबक सिखाने के लिए यह कदम उठाया है। आश्चर्य उस समय हुआ जब कार्यालय परिसर में दो दिनों से चली आ रही समस्या को लेकर खुद अधीक्षण अभियंता अनभिज्ञता जताते नजर आए। बयानबाजी करने वाले कर्मचारियों का कहना है कि कक्ष के भीतर खास दस्तावेजों की सुरक्षा को लेकर अधिशासी अभियंता के स्तर पर यह ताला लगाया है। अब हकीकत कुछ भी हो, लेकिन दो तालों का रहस्य सुलझता नहीं दिख रहा।
READ MORE: Diwali V/S Pollution: उदयपुर में इस दिवाली होगी ध्वनि और वायु प्रदूषण की मॉनिटरिंग, RPCB रखेगी पर्यावरण को होने वाले नुकसान पर नजर ऐसा हुआ खुलासाकम्प्यूटर ऑपरेटर की मानें तो उसे यह तक नहीं पता कि उसके पास मौजूद चाबी वाले ताले पर किसने ताला ठोंक दिया। उसने बताया कि वह खुद वस्तुस्थिति से अनजान है। उसकी बातों में सामने आया कि छुट्टियों के दौरान वह कार्यालय नहीं आया। शायद इस नाराजगी के चलते अधिशासी अभियंता ने नया ताला मंगाकर कम्प्यूटर कक्ष पर जड़ दिया है।
दूसरी ओर अधिशासी अभियंता सीआर प्रेमी ने बताया कि कर्मचारी जिम्मेदारी को पूरा करने में जी चुराता है। इसलिए यह कदम उठाया गया है। सच यह है कि ऑनलाइन और कम्प्यूटराइज्ड व्यवस्था से जुड़े विभागीय लिपिक मजबूरी में आवश्यक दस्तावेज वाली फाइलों को हाथ से लिखकर काम चला रहे हैं। कम समय में पूरा होने वाले कार्य की जगह पत्र लिखने में लंबा समय लग रहा है। वहीं दस्तावेजों को ऑनलाइन करने में भी तकलीफ आ रही है।
जानकारी में नहीं
कम्प्यूटर कक्ष पर दोहरे ताले जडऩे और कर्मचारी के अन्य कमरे में बैठने की जानकारी मुझे नहीं है। मामले में विभागीय अभियंता से पूछताछ कर ही कुछ बता पाउंगा।
चंद्रमोहनराज माथुर, अधीक्षण अभियंता, पीडब्ल्यूडी