इंजीनियरिंग कर चुकी कविता की कक्षा में कई छात्राएं ऐसी भी हैं, जिनके परिजन उनको पढऩे नहीं देना चाहते थे। इनको शिक्षा से जोडऩे के लिए सरपंच को अभिभावकों को समझाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। कोई छात्रा क्लास में आना बंद कर देती है तो कविता उसके घर पहुंच जाती हैं। अगले सत्र में पंचायत की सभी ड्रॉप आउट छात्राओं को ओपन बोर्ड के जरिए शिक्षा से जोडऩे का लक्ष्य रखा गया है। गांव की महिलाओं के उत्थान के लिए किए गए विशेष प्रयासों पर सरपंच कविता एमटीवी के शो एंजल्स ऑफ रॉक में भी स्थान प्राप्त कर चुकी है।
शिक्षा ही एकमात्र ऐसा साधन है जो कि महिलाओं को सशक्त बना सकता है। शिक्षित महिला ही अपने अधिकारों के लिए लड़ सकती है। शिक्षा प्रत्येक बालिका का अधिकार है।
कविता जोशी, सरपंच सौभागपुरा, सरपंच सौभागपुरा