वल्लभनगर में मुकाबला इनमें
दिवंगत विधायक गजेन्द्र सिंह शक्तावत की पत्नी प्रीति मैदान में है। यहां वे स्व. शक्तावत के अधूरे सपने पूरे करने की बात कहते हुए जनता के बीच है। उनका पहला चुनाव है, सभी चुनाव में जुट गए। जेठ देवेन्द्र सिंह विरोध में आए थे लेकिन उनको कांग्रेस चुनाव की जिला समिति में लिया गया।
हिम्मत सिंह झाला (भाजपा)
भाजपा का नया युवा चेहरा। पहला चुनाव लड़ रहे है। पार्टी के चार दावेदारों ने इनके नाम पर मुहर लगाई थी। भाजपा से बागी हुए उदयलाल डांगी से परेशानी खड़ी हुई जिस पर रणनीति बना रहे है। पार्टी पदाधिकारियों के साथ चित्तौडगढ़़ सांसद सीपी जोशी ने मैदान ंसंभाला है।
दो बार के विधायक। भाजपा के निशान पर चुनाव लड़ाने को लेकर पूरी गणित जयपुर से उदयपुर तक चली पर परिणाम नहीं आए। जनता सेना से फिर मैदान में है। अपना मुकाबला कांग्रेस से मानते है। पत्नी दीपेन्द्र कुंवर का भी पर्चा भराया लेकिन नाम वापस ले लिया।
उदयलाल डांगी (आरएलपी)
भाजपा का चेहरा था लेकिन टिकिट कटा तो सांसद हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रित पार्टी में चले गए, पूर्व में चुनाव हारे जरूर पर उसके बाद पकड़ बनाई। जहां बेनीवाल ने यहीं रुकक मोर्चा संभाला है वहीं भाजपा-कांग्रेस इनसे होने वाले लाभ-हानि पर भी विचार कर रहे।
धरियावद में इनमें मुकाबला
खेत सिंह मीणा (भाजपा)
35 साल से पार्टी का काम कर रहे है खेतसिंह को दिवंगत विधायक गौतम मीणा के बेटे कन्हैयालाल के निर्दलीय नामांकन वापसी लेने पर राहत मिली। अब चुनाव के लिए पूरी ताकत के साथ लगे है।
नगराज मीणा (कांग्रेस)
पूर्व में विधायक रहे नगराज मीणा को टिकिट देकर पार्टी ने चेहरा बनाया। वे केन्द्र सरकार की असफलताएं गिनाते हुए जनता के बीच है। वे अपने पुराने काम गिनाते हुए सरकार की ओर से धरियावद में दी सौगातों को भी गिना रहे।