अदवास में वर्ष 2010 में नया चिकित्सालय बना था। चार साल पहले नर्सिंग कर्मचारी की मौत के बाद से चिकित्सालय में ताला लगा हुआ है। एक फ रवरी 2017 में विधायक अमृतलाल मीणा ने बंद पड़े अस्पताल का शुभारंभ किया। पशुपालकों को आश्वस्त किया था कि पशु चिकित्सक की नियुक्ति होगी। लेकिन, दो साल बाद भी हाल जस के तस हैं।
अदवास सर्किल के लोगों का रोजगार पशुपालन पर आधारित है। चार साल से चिकित्सक नहीं है। समस्या को लेकर दूसरे गांवों के पशु चिकित्सकों पर निर्भर रहना पड़ता है।
देवीसिंह राजपूत, सरकारी डेयरी गुड़ा
चार से बंद चिकित्सालय को लेकर कई बार ज्ञापन दिए। जनप्रतिनिधियों को भी अवगत कराया, लेकिन हालात जस के तस बने हुए हैं।
भगवत सिह रोडावत, उपसरपंच अदवास