उदयपुर . बांसवाड़ा मुख्य मार्ग पर डाकन कोटड़ा क्षेत्र में संचालित ईंट भट्टों में मिट्टी के नीचे दबा युवक का कई दिन पुराना शव बुधवार शाम को बरामद हुआ। सूर्यास्त के चलते शव को एमबी हॉस्पिटल के मुर्दाघर में रखवाया गया है। हुआ यूं कि मौके पर काम कर रहे मजदूरों को दुर्गंध परेशान कर रही थी। जंगली जीव के मरने की आशंका पर बुधवार को शुरू हुई खोज में मजदूरों को समीप के क्षेत्र में कुछ नहीं लगा। बाद में आशंका होने पर मिट्टी की खुदाई की तो युवक के दबे होने की पुष्टि हुई। सूचना पर हिरणमगरी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव बाहर निकलवाया। शिनाख्त के बाद पुलिस ने शव की पहचान सराड़ा निवासी राजेश मीणा के तौर पर की। पड़ताल में सामने आया कि राजेश गत 14 दिसम्बर को सराड़ा निवासी डंपर मालिक और चालक हकरा मीणा के साथ आया था। राजेश डंपर के साथ खलासी का काम करता था। पुलिस ने बताया कि डंपर से मौके पर मिट्टी खाली करते समय राजेश डंपर के पीछे खड़ा था। उसके इशारे पर चालक डंपर की मिट्टी गिरा रहा था। तभी गफलत में डंपर की ट्रोली एकाएक झटके से ऊपर हो गई। इसी दौरान युवक राजेश मिट्टी के ढेर में दब गया। दूसरी ओर डंपर भी मौके पर पलट गया।
भटकते रहे परिजन
घर से लापता राजेश को लेकर उसके परिजन लगातार परेशान रहे। रिश्तेदारों एवं अन्य लोगों में पता करने के बाद परिजनों ने उसकी गुमशुदगी थाने में दर्ज कराई। अनहोनी की आशंका जताते हुए जिला पुलिस अधीक्षक को परिवाद भी दिया था। अब परिजनों की ओर से युवक की हत्या की आशंका जताई जा रही है।
घटना में डंपर पलटने के बाद चालक हकरा ने क्रेन की मदद लेकर डंपर सीधा कराया और मौके से निकल गया। उसने राजेश के मिट्टी के भीतर दबे होने की किसी को हवा भी नहीं लगने दी। कामकाज के दौरान मजदूरों को गंध से इसका आभास हुआ। तब कहीं जाकर घटना का खुलासा हुआ।