कलड़वास पटवारी दूलीचंद ने गत 23 मार्च 2007 को हिरणमगरी थाने में वार्ड पंच डांगी के विरुद्ध रिपोर्ट दी। इसमें बताया कि जिला कलक्टर के आदेश की पालना में वह, गिर्वा तहसीलदार शर्मा तथा चालक वृद्धिचंद सरकारी जीप से डाकनकोटड़ा-कलड़वास में प्रस्तावित सेज से लगते हुए स्थलों का मौका निरीक्षण करने के लिए गए। 12.30 बजे हल्दूघाटी पहुंचे, वहां नक्शा खोलकर तहसीलदार के साथ स्थल का निरीक्षण कर रहे थे, तभी कानपुर वार्ड पंच गेहरीलाल डांगी आया।
तीनों गवाहों के अलग-अलग बयान
– मामले में एक ही विभाग के कर्मचारी, अधिकारी तीन गवाह है। तीनों के बयानों में विरोधाभास है।
– पटवारी दूलीचंद ने स्वयं के साथ मारपीट बताई। आरएएस अधिकारी अनिल शर्मा ने पटवारी व चालक से मारपीट बताई।
– आरएएस शर्मा ने गेहरीलाल द्वारा गालीगलौच करने, गिरेबां पकडऩे व पटवारी ने पेट व छाती पर घूसे जडऩे, राजकार्य में बाधा व धमकी देना बताया।
– रिपोर्ट में पटवारी ने बताया कि निरीक्षण के लिए जिला कलक्टर का आदेश था परन्तु पुलिस ने रिकॉर्ड पर नहीं लिया।
– चालक वरदीचंद पूरी तरह से मामले में पक्षद्रोही हुआ। उसने मारपीट नहीं लड़ाई-झगड़ा बताया।
– सरकारी कागज फाडऩे बाबत कोई स्पष्ट साक्ष्य नहीं है।
– मौके पर 20-25 अन्य लोगों के होने व क्रॉस केस दर्ज होने का परिवादी पटवारी सहित चश्मदीद गवाह ने स्वीकार किया।