स्कूल का नाम शहर में काफी मशहूर
मारपीट किए गए स्कूल का नाम शहर में काफी मशहूर हैं। उक्त स्कूल शहर के जाने माने स्कूलों में से एक माना जाता है। बावजूद आए दिन यहां पढऩे वाले विद्यार्थी एवं उनके अभिभावकों की यह शिकायत रहती है कि स्कूल के कई टीचर विद्यार्थियों पर प्रायवेट ट्यूशन करने का दबाव बनाते है। नहीं करने वाले विद्यार्थियों को उनके विषय में फेल करने की धमकी दी जाती है, जिसका हवाला स्कूल प्रबंधन ने अपने नोटिस में भी दिया था। नोटिस में कहा गया है कि कक्षा 9वीं और 11वीं के परीक्षा परिणाम वितरण के दौरान विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन से शिकायत की है कि स्कूल के कुछ टीचर विद्यार्थियों की ट्यूशन ले रहे हैं और दबाव बनाते है। इसके बाद ही स्कूल प्रबंधन ने ट्यूशन खोरी पर रोक लगाने का निर्णय लिया और यही निर्णय विवाद का कारण बना है।
पूर्व में भी हो चुका है विवाद
प्राचार्य और शिक्षकों के बीच विवाद का यह पहला मामला नहीं है। इसके पूर्व भी प्रायवेट ट्यूशन की बात को लेकर स्कूल प्रबंधन और शिक्षकों के बीच विवाद होने की बात सामने आती रही है। 6 माह पूर्व भी स्कूल के तत्कालीन मैनेजर जॉर्ज कचरामटम ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी। कोई अज्ञात शख्स ने रात को उसके निवास स्थान पर पथराव किया, जिससे घर के बाहर खड़ी उसकी बोलरो गाड़ी का शीशा भी टूट गया है। हालांकि मामले में पुलिस ने आपसी विवाद बता कर उस समय कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। स्कूल प्रबंधन का कहना है कि अगर पुलिस उस समय ही आरोपी के खिलाफ कार्रवाई कर देती तो प्राचार्य के साथ मारपीट की घटना नहीं होती।
” निजी स्कूल के प्राचार्य ने मारपीट की शिकायत की है। जिसमें प्रमोद नायर नामक युवक के खिलाफ धारा 506, 294 एवं 324 के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है।”
– राजू रजक, मंडी थाना प्रभारी