लोगों ने पहुंचाया अस्पताल
दुर्घटना के बाद आसपास के लोगों ने उसे अस्पताल पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। ड्यूटी डॉक्टर ने बताया कि दुर्घटना की वजह से उसके सिर बीच से फट गया था। पेट का गॉड ब्लेडर भी फट गया था। जिस वजह से उसकी मौत हो गई।
दुर्घटना के बाद आसपास के लोगों ने उसे अस्पताल पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। ड्यूटी डॉक्टर ने बताया कि दुर्घटना की वजह से उसके सिर बीच से फट गया था। पेट का गॉड ब्लेडर भी फट गया था। जिस वजह से उसकी मौत हो गई।
15 दिन पहले ही लगा था दुकान पर काम करने
प्रवीण बीते १५ दिन से सराफा स्थित कपड़े की दुकान में काम कर रहा था। वह इकलौता लड़का था। बड़ी बहन नीतू ने बताया कि कल ही उसने काम छोड़ दिया था। सेठ से पैसे लेकर मेला घूमने के लिए निकला था। चोरी-चुपके मोटरसाइकिल ले गया। वह अधिकतर ऐसा ही करता था। तेज गति से गाड़ी चलाने के कारण मोटरसाइकिल की चाबी उससे छुपा कर रखते थे, लेकिन वह कैसे ना कैसे गाड़ी ले ही जाता था।
प्रवीण बीते १५ दिन से सराफा स्थित कपड़े की दुकान में काम कर रहा था। वह इकलौता लड़का था। बड़ी बहन नीतू ने बताया कि कल ही उसने काम छोड़ दिया था। सेठ से पैसे लेकर मेला घूमने के लिए निकला था। चोरी-चुपके मोटरसाइकिल ले गया। वह अधिकतर ऐसा ही करता था। तेज गति से गाड़ी चलाने के कारण मोटरसाइकिल की चाबी उससे छुपा कर रखते थे, लेकिन वह कैसे ना कैसे गाड़ी ले ही जाता था।
तेज गति की वजह से हुई दुर्घटना
इंदिरा नगर निवासी प्रकाश पिता गोवर्धन शर्मा की उत्तरामुखी के सामने फोटो फ्रेम और फूल की दुकान है। गोवर्धन ने बताया कि प्रवीण कम से कम ६५ से अधिक स्पीड से गाड़ी चला रहा था। मोड़ पर सीमेंट की सड़क होने की वजह से वह अनियंत्रित हो गया। पहले वह गणेश मंदिर में टकराते-टकराते बचा। फिर सामने लगे लोहे के खंभे से टकरा गया। घटना के बाद उसे जिला अस्पताल पहुंचाया और परिजनों को सूचना दी।
इंदिरा नगर निवासी प्रकाश पिता गोवर्धन शर्मा की उत्तरामुखी के सामने फोटो फ्रेम और फूल की दुकान है। गोवर्धन ने बताया कि प्रवीण कम से कम ६५ से अधिक स्पीड से गाड़ी चला रहा था। मोड़ पर सीमेंट की सड़क होने की वजह से वह अनियंत्रित हो गया। पहले वह गणेश मंदिर में टकराते-टकराते बचा। फिर सामने लगे लोहे के खंभे से टकरा गया। घटना के बाद उसे जिला अस्पताल पहुंचाया और परिजनों को सूचना दी।
लाया था नए कपड़े
इकलौते बेटे की मौत की वजह से पिता और मां रेखा का रो-रोकर बुरा हाल है। पिता मिस्त्री का काम करते हैं। मां ने बताया कि वह बुधवार को ही नए कपड़े लेकर आया था। तैयार होकर मेला जाने के लिए निकला, लेकिन वापस नहीं लौटा।
इकलौते बेटे की मौत की वजह से पिता और मां रेखा का रो-रोकर बुरा हाल है। पिता मिस्त्री का काम करते हैं। मां ने बताया कि वह बुधवार को ही नए कपड़े लेकर आया था। तैयार होकर मेला जाने के लिए निकला, लेकिन वापस नहीं लौटा।