शहर की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी जिनके कंधों पर है उन्हें इन दिनों अव्यवस्था से दो-चार होना पड़ रहा है। मंडी थाने का आलम यह है कि आईओ को बैठने के लिए जगह कम पडऩे लगी है।
उज्जैन•Dec 22, 2019 / 12:38 am•
Ashish Sikarwar
शहर की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी जिनके कंधों पर है उन्हें इन दिनों अव्यवस्था से दो-चार होना पड़ रहा है। मंडी थाने का आलम यह है कि आईओ को बैठने के लिए जगह कम पडऩे लगी है।
नागदा. शहर की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी जिनके कंधों पर है उन्हें इन दिनों अव्यवस्था से दो-चार होना पड़ रहा है। मंडी थाने का आलम यह है कि आईओ को बैठने के लिए जगह कम पडऩे लगी है। ऐसे में परिसर में बैठने के लिए अस्थायी व्यवस्था जुटाई जा रही है। कुल मिलाकर पुलिसकर्मियों को नए भवन की दरकार है।
बता दें मंडी थाने में वर्तमान बल को देखते हुए बैठने के लिए पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। मुख्य द्वार से प्रवेश करते ही एक छोटा हॉल, एक छोटा कमरा, बैरक, थाना प्रभारी कक्ष, शस्त्र कक्ष, कम्यूटर ऑपरेटर कक्ष के अलावा दो रूम हैं। इतनी व्यवस्था में पुलिस को रेकॉर्ड भी रखना है। आम जनता के बैठने के लिए भी व्यवस्था करना है। जो दो कक्ष हैं। यदि उसमें बैठक व्यवस्था की जाए तो ५ की व्यवस्था हो पाती है। ऐसे में अन्य पुलिसकर्मियों को बैठने के लिए पर्याप्त जगह नहीं बचती है। कई बार एएसआई को सीनियर अधिकारी के कार्य निपटने तक इंतजार करना पड़ता है। ऐसे में पक्षकार को भी परेशान होना पड़ता है। पर्याप्त जगह नहीं होने के कारण महिला बंदी गृह का उपयोग जब्त सामाग्री के लिए किया जा रहा है। पुरुष बंदी गृह की हालत भी ठीक नहीं है।
जनप्रतिनिधियों को ध्यान देने की जरूरत
वर्तमान स्थिति में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है। केंद्र में भाजपा की है। भाजपा सरकार में नागदा शहर के थावरचंद गेहलोत मंत्री है। ऐसी स्थिति में जनप्रतिनिधियों को पुलिसकर्मियों की समस्या को देखते हुए नए भवन की स्वीकृति तुरंत करवाना चाहिए जिसकी पुलिसकर्मी कई बार मांग कर चुके हैं।
पुलिसकर्मियों ने ये निकाला रास्ता
जब थाना परिसर में आईओ को बैठने के लिए जगह कम पडऩे लगी तो उन्होंने नए बस स्टैंड पर अस्थायी पुलिस चौकी बनाने के लिए आए कंटेनर को थाना परिसर में रखवा दिया है। इसको कक्ष की तरह तैयार किया जा रहा है। इसके अंतर्गत कंटेनर की रंगाई, बिजली फिटिंग शेष है। कुछ ही दिनों में यह दोनों कार्य होते ही आईओ की बैठने की व्यवस्था कंटेनर में हो जाएगी। कंटेनर की लंबाई चौड़ाई देखकर ५ अधिकारियों की बैठक व्यवस्था इसमें हो सकती है।
यह बात सही है कि पुलिसकर्मियों के लिए कंटेनर में अस्थायी बैठने की व्यवस्था जुटाई जा रही है। एक सप्ताह में कंटेनर में पर्याप्त व्यवस्था जुटा ली जाएगी।
श्यामचंद्र शर्मा, टीआई, मंडी थाना नागदा