scriptरोहणी की शुरुआत से पहले मौसम में आया बदलाव | change in weather rohini nakshatra started | Patrika News
उज्जैन

रोहणी की शुरुआत से पहले मौसम में आया बदलाव

चलता रहेगा बूंदाबांदी और बादलों की लुकाछिपी का दौर

उज्जैनMay 24, 2022 / 10:13 pm

Lalit Saxena

change in weather rohini nakshatra started

चलता रहेगा बूंदाबांदी और बादलों की लुकाछिपी का दौर

उज्जैन. मंगलवार सुबह जब लोग जागे और घरों के बाहर निकले, तो रिमझिम बारिश चल रही थी। 25 मई बुधवार से रोहणी की शुरुआत हो रही है, इससे पहले ही मौसम में बदलाव आ गया है। तीखी धूप और गरम हवा के थपेड़ों से थोड़ी राहत मिलने लगी है, हालांकि उमस अभी भी बरकरार है।
तापमान में भी उतार-चढ़ाव का क्रम बना हुआ है। तेज उमस के आगे पंखे-कूलर भी दम तोड़ते नजर आ रहे हैं। इधर, मंगलवार को मौसम का नजारा कुछ बदला-बदला नजर आया। आसमान में बादलों का डेरा था और कुछ देर के लिए बूंदाबांदी शुरू हो गई। शहर में करीब 0.2 मिमी वर्षा दर्ज हुई।

नरम पड़े सूरज के तेवर
नौतपा के पहले ही सूरज के तेवर नरम पड़ते नजर आ रहे हैं। चार-पांच दिन में प्री-मानसून गतिविधि भी बढऩे की संभावना जताई जा रही है। 25 मई से शुरू हो रहे नौतपा की तपिश भी कम हो जाएगी। मौसम विभाग के अनुसार उज्जैन, इंदौर, भोपाल और नर्मदापुरम संभाग में दो-तीन दिन में प्री-मानसून की बौछारें पडऩे की संभावना है।

हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अब तीखी धूप और लू के थपेड़ों का समय बीत चुका है। बुधवार से शुरू हो रहे नौतपा में भी बारिश की संभावना बन रही है। राजस्थान में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बन चुका है। वहीं एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान तक आ चुका है। इसका प्रभाव देश पर पडऩा शुरू हो गया है।

15 दिनों तक रहेगी रोहिणी, अच्छी वर्षा के योग बनेंगे
15 दिनों के लिए शुरू हो रही रोहणी में पडऩे वाली तीखी गर्मी के कारण अच्छी वर्षा के योग भी बनेंगे। ज्योतिष की नजर से देखें तो वृषभ राशि में सूर्य, बुध की युति रहेगी, साथ ही प्रीति योग के साथ बुधादित्य का योग बनने जा रहा है। 25 मई से आरंभ हो रहा नौतपा 2 जून तक रहेगा। ज्योतिषाचार्य पं. अमर डब्बावाला ने बताया नौतपा के 9 दिन 2 जून तक रहेंगे, हालांकि सूर्य का मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश 8 जून को होगा। इन्हीं 9 दिनों में वर्षा ऋतु का चक्र भी तैयार होता है।

रोहिणी का निवास समुद्र में
इस बार रोहिणी का निवास समुद्र में है, अतिवृष्टि, समुद्रे स्यात, श्रेष्ठ वृष्टि होने पर धान्य वर्धन होता है, इस बार समय का निवास मालाकार अर्थात माली के घर रहेगा। ऐसी मान्यता है कि माली के घर रहने से वर्षा अच्छी होती है और समय का वाहन भैंसा है, जो कहीं-कहीं कुछ स्थानों पर अतिवृष्टि करवाएगा।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो