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स्वच्छता सर्वेक्षण: गीला कचरा और सूखा अलग नहीं करना पड़ गया भारी, लग गया जुर्माना

शहर में पहली बार हुई एसी कार्रवाई, महाकाल वाणिज्यिक क्षेत्र में कचरा कलेक्शन दौरान जांचे गए डस्टबिन, अब शहरभर में रहेगी नजर

उज्जैनJan 05, 2019 / 12:42 am

Gopal Bajpai

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उज्जैन। निगम की समझाइश के बाद भी घरों से गीला-सूखा कचरा अलग कर नहीं देने पर अब सख्ती शुरू हो गई है। जिन घरों से दोनों तरह का कचरा एक ही डस्टबिन में दिया जा रहा है वे अब सचेत हो जाएं। शुक्रवार सुबह महाकाल वाणिज्यिक क्षेत्र में कचरा कलेक्शन दौरान निगम टीम ने डस्टबिन जांचने पर दोनों तरह का कचरा साथ पाय जाने पर तीन परिवारों पर सौ-सौ रुपए का अर्थदंड लगाया गया। शहर में इस तरह की यह पहली कार्रवाई है। स्वच्छता सर्वेक्षण के नए मापदंडों के मद्देनजर निगम बोर्ड ये प्रस्ताव पारित कर चुका था, जिसमें तय हुआ था कि १ दिसंबर के बाद से जिन घरों से गीला-सूखा कचरा पृथक नहीं रखा जाएगा उन पर जुर्माना होगा।
वार्ड ५१ के महाकाल वाणिज्यिक क्षेत्र में निगम टीम कचरा कलेक्शन वाहन के साथ रही। घरों से डस्टबिन बाहर आने पर इनकी मौके पर चैकिंग की गई। दोनों प्रकार का कचरा एक साथ होने पर जुर्माना किया और परिवारजनों को समझाइश दी गई कि अब से इनका पृथक संग्रहण करें। ताकी निगम को इसके निष्पादन व प्रोसेसिंग करने में परेशानी ना आए। स्वच्छ भारत अभियान अंतर्गत बड़े शहरों में ये व्यवस्था सख्ती से लागू की जा रही है। ताकी ट्रेचिंग ग्राउंड पर जीरो लैंड फिल की स्थिति रहे।
इन पर हुआ जुर्माना, फिर दी समझाइश
महाकाल वाणिज्यिक केंद्र निवासी रोचना अग्रवाल, कृष्णपालसिंह झाला व विजय निगम पर इस तरह का जुर्माना किया गया। निगम स्वास्थ्य निरीक्षक अजय दावरे ने चालन काटते हुए परिवारजनों को समझाइश दी कि वे आगे से कचरे का पृथक संग्रहण करें। दो डस्टबिन रखें और कचरा वाहनों के संबंधित सेक्शन में डालें।
नागरिक सकारात्मक जवाब दें इसके लिए मानसिकता तैयार करें

स्वच्छता सर्वेक्षण के मद्देनजर नगर निगम ने अब पार्षदों से सहयोग मांगा है। शुक्रवार को महापौर की मौजूदगी में हुई बैठक में निगमायुक्त ने जोन अध्यक्ष, पार्षदों से कहा कि सर्वेक्षण टीम को नागरिक सकारात्मक फीडबैक दें इसके लिए आपको अपने वार्ड में मानसिकता तैयार करनीं होगी। शहर के लोग जैसा अनुभव देंगे उसी मान से शहर की रैंकिंग तय होगी।
बैठक में स्वास्थ्य उपायुक्त योगेन्द्र पटेल ने सर्वेक्षण को लेकर अब तक की गई तैयारियों का ब्यौरा प्रस्तुत किया और आगामी अपेक्षाएं बताई। कहा गया कि अगले ७ दिनों में सभी वार्डों में विशेष सफाई अभियान चलाया जाएगा इसकी पार्षद भी मॉनिटरिंग करें। ओडीएफ डबल प्लस दर्जा मिलने पर जनप्रतिनिधियों ने संतोष जताया। बैठक में एमआइसी सदस्य कलावती यादव, सत्यनारायण चौहान, नीलूरानी खत्री, दुर्गा चौधरी, राधेश्याम वर्मा, मांगीलाल कड़ेल, गीता चौधरी, जोन अध्यक्ष बुद्धिप्रकाश सोनी, राजकमल ललावत, विनिता शर्मा, पार्षद राजश्री जोशी, विकास मालवीय, अपर आयुक्त मनोज पाठक आदि मौजूद रहे।
जहां जरूरत हो, सुविधा घर बनवाएं
निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने पार्षदों से कहा कि निगम अमला अपने स्तर पर तो प्रयास कर रहा हैं उसकी
सफलता के लिए आप भी जरूरत वाले स्थानों पर सुविधाघर बनवाने में सहयोग करें। इसी माह सर्वेक्षण दल आने वाला है, हम जो बेहतर प्रयास कर सकेंगे करना चाहिए।

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