उमस और गर्मी से राहत
तीखी धूप, चुभती गर्मी और उमस से निजात पाने के लिए लोग तरह-तरह के जतन कर रहे हैं। ऐसे में शाम को रिमझिम बारिश होने से हवा ठंडी होकर चली, लोगों ने गर्मी से राहत महसूस की। तापमान 40 डिग्री के आसपास बना हुआ है। अन्य शहरों में तेज गर्मी के कारण सड़कें सुनसान रहीं।
नौतपा खत्म, हवा में नमी अधिक
जीवाजी वेधशाला के मौसम प्रेक्षक दीपक गुप्ता ने बताया कि नौतपा के बाद प्री-मानसून गतिविधियों के कारण हवा में नमी अधिक है। तापमान 40 से 4२ डिग्री बना रहने के साथ तीखी धूप व उमस भी है।
गर्मी के कारण लोग हुए परेशान
नौतपा खत्म होने के बाद भी गर्मी कम नहीं हो रही। तापमान 4० डिग्री से ज्यादा ही बना हुआ है। इससे लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो रहा है। सड़कों पर वाहनों की संख्या दोपहर के समय कम ही रही। मौसम विभाग के अनुसार 1 सप्ताह में प्री-मानसून एक्टिविटी शुरू होने के बाद जल्दी मानसून की आमद हो जाएगी। इसके बाद ही लोगों को गर्मी से राहत मिल सकेगी।
दो दिन पहले बदला था मौसम
दो तीन दिन पहले मौसम अचानक बदल गया था। दिनभर की चुभती गर्मी और उमस से परेशान हो रहे लोगों ने राहत महसूस की। उज्जैन सहित शाजापुर, आगर मालवा, नागदा, बडऩगर, महिदपुर रोड व आसपास के अन्य शहरों में तेज बारिश हुई। दोपहर बाद आसमान पर छाई काली घटाएं शाम होते-होते बरस पड़ीं। तेज हवा के साथ आई बारिश ने कई क्षेत्रों को तरबतर कर दिया था।
मौसम का बदला मिजाज
दिनभर की गर्मी और उमस के बाद शाम को तेज हवा, गरज और चमक के साथ बादल छाए और जोरदार तरीके से बरस पड़े। पानी की गति काफी तेज होने से कुछ ही देर में सड़कें तरबतर हो गईं। पिछले दिनों चली तेज हवा के कारण पेड़ों की टहनी और विद्युत तार टूटने से शहर के अनेक इलाकों की बिजली भी गुल हो गई थी। मौसम विज्ञानियों के अनुसार यह बारिश प्री मानसून का दौर है।
15 जून के बाद मानसून सक्रिय होने की संभावना
15 जून के बाद मानसून सक्रिय होने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है। बुधवार शाम को जो बारिश हुई है, इसे प्री मानसूनी बारिश कहा जाएगा। जीवाजी वेधशाला के मौसम प्रेक्षक गुप्ता के अनुसार केरल में मानसून सक्रिय होने के बाद मप्र में मौसम बदलेगा और मानसूनी बारिश की शुरुआत 15 से 20 जून के आसपास होगी।