जमीन को लेकर विवाद
विष्णु सागर और नीलकंठेश्वर महादेव के बीच करीब पौने तीन बीघा जमीन है। न्यायालय के निर्णय के बाद यह जमीन अशोक भाटी के नाम है। बुधवार को घट्टिया तहसीलदार राजाराम करजरे न्यायालय के आदेश के बाद जमीन नपती के लिए पहुंचे थे। इसी दौरान यहां भाजपा के पूर्व पार्षद गब्बर भाटी अपने कुछ साथियों के साथ यहां पहुंचे गए। इसी दौरान कांगे्रस के पूर्व पार्षद और ब्लॉक अध्यक्ष मुकेश भाटी भी अपने साथियों के साथ यहां थे। नपती के दौरान ही दोनों पक्षों में विवाद हो गया। विवाद के दौरान दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर पत्थर और लाठियों से हमला कर दिया। सूचन ामिलते ही जीवाजीगंज पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति पर काबू पाया है। विवाद होने के कारण तहसीलदार वहां से रवाना हो गए।
दोनों पक्ष पहुंचे थाने
विवाद के बाद दोनों पक्ष थाने पर पहुंच गए। यहां दोनों पक्ष एक-दूसरे पर आरोप लगाते रहे। पुलिस ने मामले में उर्दूपुरा निवासी अशोक पिता कालूराम भाटी की शिकायत पर गब्बर भाटी, सुरेश भाटी, राजेंद्र भाटी, सुनील भाटी, जितेंद्र भाटी, अतुल भाटी व बाबूलाल भाटी सभी निवासी पिपलीनाका के खिलाफ व दूसरे पक्ष से राजेंद्र पिता भेरुलाल भाटी की शिकायत पर अशोक भाटी, अनिल भाटी, मुकेश, मुकेश, लीलाधर, राहुल, राजेश भाटी व अन्य १४ लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।
करीब एक घंटे से अधिक समय तक चला मामला
भाजपा और कांग्रेस नेता के बीच हुए विवाद का मामला करीब एक घंटे से भी अधिक समय तक चला। पहले जमीन पर ही दोनों पक्षों में विवाद हुआ और उसके बाद थाने पर भी दोनों पक्ष एक-दूसरे पर आरोप लगाते रहे। यहां पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाइश भी देना चाही, परंतु दोनों पक्ष एक-दूसरे पर आरोप लगाते रहे। बाद में पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाइश दी और फिर दोनों ही पक्षों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया।