उज्जैन

उत्कृष्ट सड़क के कार्य में हो रही लीपापोती

सेंसर पैबर मशीन की बजाए हो रहा है मेन्यूअल कार्य

उज्जैनNov 30, 2017 / 06:39 pm

Gopal Bajpai

sadak,20 Crore,mahidpur road,

नागदा. २२ करोड़ की लागत से बनने वाली उत्कृष्ट सड़कों के कार्य में लीपापोती की जा रही हंै। दरअसल शहर को तीन दिशाओं से जोडऩे वाली इंगोरिया रोड, महिदपुर रोड एवं खाचरौद नाके से ईदगाह रोड तक की सड़कों को केंद्रीय उत्कृष्ट सड़क निधि से बनाया जा रहा है, फिलहाल इंगोरिया रोड का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। जबकि महिदपुर नाके से बस स्टैंड व चंबल मार्ग पर कार्य प्रगति पर है। यह सभी सड़क लोक निर्माण विभाग की देखरेख में ठेकेदार पीडी अग्रवाल एंड कंपनी द्वारा किया जा रहा है। अनुबंध के मुताबिक सड़कों का कार्य सेंसर पैबर मशीन से किया जाना था, जिससे कार्य में गुणवत्ता के साथ सड़क सुंदर दिख सकें, लेकिन विभाग एवं ठेकेदार की मिली भगत के चलते कार्य में लीपापोती की जा रही हंै। सेंसर पैबर मशीन की बजाए मेन्यूवल तरीके से सड़क निर्माण किया जा रहा है। जिससे सड़क में न तो सफाई आ रही हैं और ना ही मजबूती की ग्यारंटी है। यानी मजदूरों, जेसीबी से सड़क निर्माण कर ठेकेदार पैसे बचा रहा है और जिम्मेदार मौन बैठे है।
केंद्रीय उत्कृष्ट बस स्टैंड से महिदपुर रोड : २५०० की आबादी व महिदपुर के राहगीरों को सुविधा देने के उद्देश्य से निर्माण हो रही सड़क का कार्य मई २०१७ से शुरू हुआ है। निर्माण सिंहस्थ २०१६ में ही शुरू होना था, लेकिन अतिक्रमण के चलते सड़क निर्माण देरी से शुरू हुआ। निर्माण के दौरान १४६ अतिक्रमणकर्ताओं को १५ दिनों के अल्टीमेटम देकर सख्ती से सड़क निर्माण शुरू किया गया। बीते मई माह से बन रही सड़क का ६० प्रतिशत कार्य भी नहीं हो सका है। वर्तमान में सड़क के एक ओर ड्रेनेज के लिए पाइप लाइन डालने का कार्य किया जा रहा है। लेतलाली का खामियाजा रहवासियों को आवागमन में परेशान होकर उठाना पड़ रहा है।
जेसीबी से चल रहा है कार्य
महिदपुर रोड सड़क निर्माण का ६० प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। कार्य को जल्दी पूरा करने के लिए ठेकेदार द्वारा जेसीबी से निम्न स्तर का रॉ मटेरियल सड़क पर बिछाकर मार्ग की गुणवत्ता के साथ समझौता कर रहे हैं। वहीं सेंसर पैबर मशीन का उपयोग नहीं कर सड़क की सुंदरता को भी खराब किया जा रहा है। परेशानी यह है, कि विभाग व ठेकेदार की अनदेखी आगामी दिनों में मार्ग का उपयोग करने वाले रहवासियों के लिए परेशानी खड़ी करेंगी। बता दें कि, उक्त तीनों सड़क योजना केंद्रीय मंत्री थावरचंद गेहलोत व विधायक दिलीपसिंह शेखावत का ड्रीम प्रोजेक्ट है। मामले में पत्रिका ने विधायक शेखावत से चर्चा की। विधायक ने संबंधित अधिकारियों को सड़क की गुणवत्ता रिपोर्ट व कार्य में सेंसर पैबर मशीन का उपयोग नहीं किए जाने पर रिपोर्ट मांगने की बात कही है।

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