मूलभूत सुविधा नहीं मिलने से नाराज रहवासी
उज्जैन•Jun 21, 2019 / 01:05 am•
Mukesh Malavat
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महिदपुर. गुरुवार सुबह वार्ड 9 के रहवासी शौचालय, पानी आदि की मूलभूत सुविधा नहीं होने के कारण नगर पालिका पहुंचे तथा सीएमओ प्रभुलाल पाटीदार से मिलकर समस्याओं को हल करवाने की मांग की। इस दौरान पाटीदार से बहस भी हुई। पाटीदार की बातों से संतुष्ट नहीं होने के बाद वे नपाध्यक्ष कय्यूम नागौरी के निवास पहुंचे, परंतु वहां उन्हें जब यह जानकारी मिली कि वे भी नगर से बाहर हैं तो वे और भी आक्रोशित हो गए। उन्होंने कुछ देर के लिए अध्यक्ष के घर के सामने मुख्य मार्ग पर जाम लगा दिया। सूचना पर थाना प्रभारी कोली पहुंचे। थाना प्रभारी की समझाइश के बाद जाम समाप्त कर दिया। रहवासियों ने घरों में शौचालय निर्माण न होने, प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिल पाने तथा पानी की किल्लत से परेशान होकर उक्त कदम उठाया।
इस संबंध में सीएमओ से चर्चा हुई तो उन्होंने बताया वार्ड 9 के लोग समस्याओं को लेकर मिले थे। समस्याओं का तुरंत निराकरण करने के निर्देश दिए हैं। वर्तमान में वार्ड में 4 नल लगे हैं तथा एक टंकी रख पानी की उपलब्धता की व्यवस्था की गई है। यदि फिर भी लोगों को परेशानी आ रही होगी तो और व्यवस्था करेंगे। शौचालय निर्माण न होने के संबंध में बताया कि मेरे समक्ष यह मामला पहली बार आया है। किन्हीं कारणों से वे वंचित रह गए हैं तो वे आवेदन दे दें व स्वयं शौचालय निर्माण करवा लें। नपा उनके खाते में पैसा जमा करवा देगी।
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शासकीय योजना का लाभ नहीं मिलने से ग्रामीणों ने सौंपा ज्ञापन
जगोटी. शासकीय योजना का लाभ नहीं मिलने से ग्रामीणों ने गुरुवार को एसडीएम के नाम नायब तहसीलदार आरके मित्तल को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि हमें जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना, बेरोजगार को रोजगार तथा पात्र हितग्राही का नाम राशन कार्ड में जुडऩे आदि योजनाओं को लाभ नहीं मिल रहा है। ग्राम पंचायत जगोटी के पंच रामचंद्र यादव, पंच बहादुर सोलंकी, मानसिंह बोडाना, जगदीश पवार, राम चंद्रवंशी, शंकर यादव, कनीराम सोलंकी, आत्माराम, सिद्धूलाल, हरिसिंह, राजेश सोलंकी, रमेश ने बताया कि जगोटी में सैकड़ों कच्चे मकान टूटे-फूटे बने है। कई लोगों का ग्राम उदय से भारत उदय में बीपीएल सूची से नाम हटा दिया, जिसके कारण राशन नहीं मिल रहा है। गांव के करीब 500 लोगों ने मकान के पट्टे के लिए आवेदन किया था, जिसमें 50 से 60 लोगों को ही लाभ मिला। ग्रामीणों ने कहा कि हमें योजनाओं का लाभ नहीं मिला तो मुख्यमंत्री और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपेंगे।