महाकाल दर्शन के बाद पहुंचे मौन तीर्थ आश्रम
उन्होंने सोमवार को महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन पूजन कर मंगलनाथ मार्ग स्थित मौन तीर्थ आश्रम गंगा घाट पर राम मंदिर निर्माण मुद्दे सहित हिंदुओं को संगठित करने संबंधी बैठक की। तोगडिय़ा ने हिंदुओं को राजनीतिक अधिकार दिलाए जाने के लिए भी अभियान छेडऩे की बात भी कही। बता दें कि विश्व हिंदू परिषद का साथ छोडऩे के बाद तोगडिय़ा ने हिंदुओं के लिए अपना नया संगठन बनाया है। इसी संगठन के मद्देनजर वे विभिन्न जिलों में प्रवास कर कार्यकर्ताओं को जोडऩे व हिंदुओं को एकजुट करने में लगे हैं।
देश की जनता से किया वादा निभाओ
भाजपा ने वादा किया था कि अगर हमारी सरकार बहुमत में आती है तो हम राम मंदिर का निर्माण कराएंगे, यह वादा आप ने ना सिर्फ देश की जनता बल्कि भगवान राम से भी किया था, अब जब आप की सरकार पूर्ण बहुमत के साथ देश में साढ़े चार सालों से राज कर रही है, तो फिर आप वादा क्यों नहीं निभा रहे हैं।
लखनऊ से अयोध्या तक करेंगे कूच
“राम” के साथ वादा खिलाफी मत करो! अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद के अध्यक्ष प्रवीण भाई तोगडय़िा ने कहा कि राम मंदिर का हल कोर्ट से नहीं बल्कि संसद से निकालना चाहिए और अगर अक्टूबर तक कोई निष्कर्ष नहीं निकलता है तो वे लखनऊ से अयोध्या तक कूच करेंगे। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद का गठन किया गया है जो हिंदुओं के धार्मिक, सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक अधिकारों के लिए कार्य करेगा। उनका संगठन अभी किसी तरह का चुनाव नहीं लड़ेगा, लेकिन भविष्य में इसे राजनीतिक पार्टी बनाने की बात से भी इनकार नहीं है। तोगडिय़ा ने संगठन के माध्यम से कुछ प्रमुख कार्य पर फोकस किया है, जिनमें सस्ती और अच्छी शिक्षा, हर युवा को रोजगार, कर्ज मुक्त किसान, डेढ़ गुना मुनाफा और मजदूरों की आर्थिक तरक्की मुख्य है।
मध्यप्रदेश-राजस्थान से तय होगा देश का भविष्य
प्रवीण तोगडिय़ा ने कहा कि मध्यप्रदेश, राजस्थान का चुनाव देश के आने वाले राजनीतिक भविष्य का फैसला करेंगे। प्रदेश में किसानों की स्थिति अच्छी नहीं है, जिसके लिए वह 15 अगस्त से शुरू हो रहे कक्काजी के किसान आंदोलन में भागीदारी करेंगे। उन्होंने कहा कि उनका संगठन उस राजनीतिक संगठन के साथ है, जो किसानों को कर्ज मुक्त करेगा। उन्हें उनकी फसल से डेढ़ गुना अधिक मुनाफा देगा और हिंदुओं के हितों की रक्षा करेगा। देश में बढ़ती बलात्कार की घटनाओं को लेकर प्रवीण तोगडिय़ा ने अपनी नाराजगी जताई और कहा कि यह अक्षम्य अपराध है, इस पर अंकुश लगाने में सरकार नाकाम साबित हुई है।