शहर के नालों का गंदा पानी क्षिप्रा नदी में न मिले इसके लिए इन्हें पंपिंग कर सदावल ट्रीटमेंट प्लांट पहुंचाया जाता है। शनिवार को सदावल ट्रीटमेंट प्लांट तक नालों का गंदा पानी पहुंचाने वाली 750 एमएम की सीवर लाइन आव्हान अखाड़े के सामने फूट गई। इससे क्षेत्र में गंदा पानी जमा हो गया। पीएचई ने मोटर पंप के जरिए जमा गंदा पानी खाली कर पाइप लाइन सुधारने का कार्य शुरू किया। पाइप लाइन सुधारने के लिए देर शाम मंछामन स्थित पंपिंग स्टेशन बंद करने की स्थिति बनी। एेसा होने पर फ्रीगंज क्षेत्र से आने वाला गंदा पानी नदी में मिलेगा। गंदे पानी की मात्रा अधिक न हो इसके लिए रविवार को फ्रीगंज क्षेत्र में जलप्रदाय नहीं किया जाएगा। इससे संबंधित लोगों को पानी की परेशानी झेलना पड़ सकती है। पीएचई कंट्रोल रूम प्रभारी कमलेश कजोरिया ने बताया, सोमवार से जलप्रदाय नियमित रूप से तय समय पर किया जाएगा।
30 घंटे में सुधार की उम्मीद
पीएचई ने सीवरेज लाइन का संधारण शुरू कर दिया है। पीएचई कार्यपालन यंत्री धर्मेद्र वर्मा के अनुसार संधारण कार्य पूरा होने में 25 से 30 घंटे लगने का अनुमान है। इस दौरान नाले का गंदा पानी क्षिप्रा नदी में मिलने की आशंका है।
रामघाट से बहाएंगे गंदा पानी
नाले का पानी नदी में मिलने से रामघाट व आसपास नदी का पानी प्रदृषित होने की आशंका है। इधर शिवरात्रि पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु शहर पहुंचेंगे जिनमें से कई रामघाट भी जाएंगे। एेसे में रामघाट का पानी गन्दा होने की स्थिति में इसे आगे बहाकर साफ पानी जमा किया जाएगा। वर्तमानम में त्रिवेणी बैराज में पानी उपलब्ध है वहीं एनवीडीए द्वारा लगातार पानी दिया जा रहा है। पीएचई अधिकारियों के अनुसार गंदा पानी बहाकर साफ पानी जमा कियाा जाएगा जिससे महाषिवरात्रि पर आने वाले श्रद्धालुओं को स्नान आदि में किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी।