त्योहार पास आते ही शहर में ठगी करने वाला गिरोह सक्रिय हो चुका है। साड़ी की खरीदी करने गई दो बहनों के साथ हुई आपबीती को सुनकर आपको भी यकीन होना लाजमी है।
उज्जैन•Aug 19, 2019 / 12:17 pm•
Ashish Sikarwar
त्योहार पास आते ही शहर में ठगी करने वाला गिरोह सक्रिय हो चुका है। साड़ी की खरीदी करने गई दो बहनों के साथ हुई आपबीती को सुनकर आपको भी यकीन होना लाजमी है।
नागदा. त्योहार पास आते ही शहर में ठगी करने वाला गिरोह सक्रिय हो चुका है। साड़ी की खरीदी करने गई दो बहनों के साथ हुई आपबीती को सुनकर आपको भी यकीन होना लाजमी है। इन दोनों की सतर्कता से बेहरुपिए का असली रूप तो सामने आ गया लेकिन वह भाग निकला।
हम बात कर रहे पाड़ल्या रोड निवासी हेमंत पोरवाल की। हेमंत की बड़ी बहन पिंकी व विनीता राखी पर नागदा आई हुई थी। शनिवार शाम 6.45 बजे दोनों साड़ी खरीदने महात्मा गांधी मार्ग स्थित नॉन स्टाप कलेक्शन पहुंची। कुछ सेकंड बाद ही एक महिला और आई पास बैठकर साडिय़ां देखने लगी। बार-बार उस महिला के करीब आने पर पिंकी ने उसे गौर किया तो उसके मूंछ व पैर में बाल नजर आने पर उसने भाई हेमंत को टेक्स मैसेज किया। मैसेज पढ़कर भाई भी दुकान पर पहुंचा तो बहनें वहां से निकल चुकी थी। बहनों ने बताया वह महिला इधर की तरफ गई है लेकिन वह महिला नहीं है। पिंकी के भाई ने उसे दौड़कर पकड़ लिया। दोनों के बीच हाथापाई होने पर बेहरुपिए का रूप सामने आ गया। उसने जिंस के ऊपर साड़ी पहन रखी थी। हेमंत ने उसे पकड़कर लोगों के हवाले करने का मन बनाया लेकिन वह हाथ छुड़ाकर भाग निकला। उसके बाद हेमंत ने बहनों को सुरक्षित घर पहुंचाया। हालांकि मामला पुलिस की जानकारी में नहीं लेकिन पोरवाल ने पत्रिका को आपबीती सुनाई है।
इस बॉक्स को पढऩा ना भूलिए
पत्रिका टीम सजग करना चाहती है कि यदि आप भी खरीदी पर निकले हैं तो आसपास के लोगों पर ध्यान दें। शायद ऐसा ही कोई बेहरुपिया आपके समीप भी हो सकता है। उसे पहचाने की आवश्यकता है। यदि आपको उस पर शंका है तो जो इन बहनों ने जो मैसेज का उपयोग कर सतर्कता दिखाई है बेहद तारीफ के काबिल है।
शिकायत करना थी
मामले की जानकारी आपसे मिली है। यदि ऐसी कोई घटना हुई है तो पीडि़त पक्ष को शिकायत दर्ज कराना चाहिए थी।
श्यामचंद्र शर्मा, टीआइ, मंडी थाना
&यह बात सही है कि दो महिलाओं के कुछ सेकंड बाद ही एक महिला भी खरीदी के लिए आई थी। दुकान पर काम करने वाले एक लड़के को शंका हुई थी लेकिन उसने ज्याद गौर नहीं किया। सीसीटीवी के फुटेज देखे हैं लेकिन चेहरा साफ नजर नहीं आ रहा।
दीपक गांग, दुकान संचालक