उज्जैन. सिंधी कॉलोनी निवासी एक युवक को आगर रोड पर पलवा फंटे के पास अज्ञात वाहन ने रौंद दिया। युवक टिफिन सेंटर संचालित करता था व रात दस बजे तक घर ही था। सुबह छह बजे उसकी मौत की सूचना मिली। इधर, पलवा फंटे के लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि हादसे के बाद दो घंटे लाश पड़ी रही। सूचना देने पर 100 डायल पहुंची जरूर पर पुलिसकर्मी शव को अस्पताल नहीं ले गए।
डंपर के टक्कर मारने की आंशका
दीपक (42) पिता प्रभाकर मोरे निवासी सिंधी कॉलोनी का शव शुक्रवार सुबह पांच बजे के लगभग पलवा फंटे के नजदीक पड़ी मिली। संभवत: दीपक को अज्ञात वाहन ने कुचल दिया। उसकी बाइक भी सड़क किनारे क्षतिग्रस्त हालत में पड़ी हुई थी। उक्त युवक टिफिन सेंटर संचालित करता था। राघवी टीआई आरएस रघुवंशी ने बताया मृतक के भाई के कथन लिए गए हैं, उन्होंने कहा कि दीपक रात दस बजे तक घर पर ही था व शराब पी रखी थी। रात में बगैर बताए ही वह घर से कब चला गया किसी को पता नहीं चला। आगर रोड पर वह क्या करने गया था यह भी किसी को नहीं मालूम। उसके दो बच्चे भी हैं। परिजनों के बयान के बाद शव को पोस्टमार्टम करवा उसे परिजनों को सौप दिया गया। टीआई ने कहा कि संभवत: टक्कर मारने वाला वाहन डंपर प्रतीत हो रहा है। कुछ किलोमीटर दूर रेत भी खाली हुई है। पता लगा रहे हैं।
पौन घंटा लगा, शव को मैंने ही अस्पताल भिजवाया
टीआई रघुवंशी ने कहा लाश दो घंटे तक पड़ी यह गलत है। सूचना मिलने के बाद 100 डायल पहुंच गई थी। शव को पंचनामा बना कागजी प्रक्रिया पूरी कर पौन घंटे में ट्रैक्टर से अस्पताल पहुंचा दिया था। इतना समय तो लगता है।