नोटिस के बाद भी हालात बदतर, गर्भवती के साथ ऐसा सलूक
चरक अस्पताल में नहीं सुधरी व्यवस्था, अब भी लाइन में लगवाकर दे रहे हैं भोजन
चरक अस्पताल में नहीं सुधरी व्यवस्था, अब भी लाइन में लगवाकर दे रहे हैं भोजन
उज्जैन. शहर के चरक अस्पताल में व्यवस्थाएं सुधरने का नाम नहीं ले रही हैं। यहां गर्भवती महिलाओं को अब भी लाइन में लगवाकर ही भोजन और नाश्ता दिया जा रहा है, जबकि गर्भवती को पलंग पर ही थाली परोसकर देने का नियम है। ऐसे में गर्भवती बड़ी मुश्किल से पलंग से उठकर खाना लेने का मजबूर हैं, यह हाल तब हैं, जब कलेक्ट शशांक मिश्र इस मामले में नोटिस जारीकर व्यवस्था सुधारने के निर्देश दे चुके हैं।
रोगियों खासकर गर्भवती महिलाओं को ट्राली के पास बुलाकर भोजन देने के मामले में कलेक्टर द्वारा सिविल सर्जन को नोटिस दिया गया है। इसके बाद भी व्यवस्था नहीं सुधर रही है। चरक अस्पताल में डाइट व चाय नाश्ता गर्भवती महिलाओं को ट्राली के पास लाइन लगवाकर दिया जा रहा है। मामले में सिविल सर्जन डॉ आरपी परमार का कहना है कि नोटिस मिलने के बाद कर्मचारियों को हटाया है और व्यवस्था सुधारने का प्रयास किया जा रहा है। बता देें सात फरवरी के अंक में पत्रिका ने गर्भवती को दिए जाने वाले भोजन में गड़बड़ी व गर्भवती महिलाओं को बेड पर दिए जाने वाले भोजन को लेकर समाचार प्रकाशित किया था। इसके बाद कलेक्टर ने सिविल सर्जन को यह नोटिस दिया है।
चरक अस्पताल में गर्भवती महिलाओं को दी जाने वाली 98 रुपए की डाइट में सुबह-शाम की चाय, नाश्ता, दोनों समय का भोजन दिया जाता है। जो कर्मचारियों को थाली में परोस कर बेड पर देना है। गड़बड़ी को लेकर एक दिन पूर्व कलेक्टर शंशाक मिश्र ने सिविल सर्जन को नोटिस दिया। बावजूद बुधवार को भी इस व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ। चरक में बुधवार दोपहर बाद ४ बजे दी जाने वाली चाय व शाम के भोजन के समय महिलाओं को ट्राली के पास बुलाकर ही चाय व भोजन वितरित किया गया।
इनका कहना है
भोजन व्यवस्था सुधारने के प्रयास किए जा रहे हैं। नोटिस के बाद कर्मचारियों को भी हटाया गया है। नए कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए हैं।
डॉ.आरपी परमार, सिविल सर्जन
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