scriptजिस फार्म ने की रिकवरी ऑडिट, वह गायब, तलाश रही विवि | farm which did the recovery now disappeared | Patrika News
उज्जैन

जिस फार्म ने की रिकवरी ऑडिट, वह गायब, तलाश रही विवि

एक माह से नहीं दे रही तारीख, विवि ने लिखित सूचना पर मांगा समय

उज्जैनMay 20, 2018 / 07:10 pm

Gopal Bajpai

patrika

responsibility,convocation,ujjain news,Vikram University,University Administration,

उज्जैन. विक्रम विश्वविद्यालय से संबद्ध निजी कॉलेजों का ऑडिट करने वाली फर्म एक माह से विवि के सम्पर्क में नहीं है। फर्म ने विवि को १७ अप्रैल को कॉलेजों से रिकवरी की रकम का पत्र भेजा। इसके बाद विवि प्रशासन ने फर्म से समय मांगा, ताकि कॉलेजों से चर्चा कर रिकवरी की जा सकें, लेकिन फर्म ने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद विवि प्रशासन ने फर्म को पत्र लिखकर समय मांगा है। फर्म से समय मिलने के बाद उक्त समय पर कॉलेजों को बुलाया जाएगा और ऑन रिकॉर्ड रिकवरी राशि पर चर्चा होगी। बता दें कि निजी फर्म से ऑडिट के बाद विवि ने करीब १७० कॉलेजों पर ८ करोड़ से ज्यादा पैसा बकाया निकाला। इस पैसे की वसूली की जा रही है। इस वसूली को लेकर कई बार विवि प्रशासन और निजी कॉलेज के बीच टकराव हो चुका है।

फीस तय करने के नियम पर उलझन
विवि और निजी कॉलेजों में संबद्धता फीस तय करने के नियमों को लेकर उलझन है। इन नियमों को लेकर ही कुछ कॉलेज संचालक न्यायालय में चले गए हैं। कॉलेज संचालकों का कहना है कि संबद्धता फीस निर्धारण बिना समन्वय समिति के नहीं हो सकता है, जबकि विवि कार्यपरिषद को सक्षम बता रहा है। इसी के साथ ग्रामीण क्षेत्र के कॉलेजों को यूजीसी ने फीस में छूट दी है। कॉलेजों की तरफ से ग्रामीण क्षेत्र में होने का दावा किया गया है, लेकिन विवि ने भी नियमों का रास्ता निकाल लिया है। कई बार हो चुकी है बैठक विवि में निजी फर्म और कॉलेज प्रबंधकों के बीच कई बार बैठक हो चुकी है, लेकिन बैठक में विवि की तरफ से कोई प्रतिनिधि नहीं बैठता है। एेसे में फर्म और कॉलेज प्रबंधक आपस में भिड़ते हैं। एक बार कुलसचिव भी रिकवरी की बैठक ले चुके हैं, लेकिन इसमें भी निजी कॉलेज प्रबंधक से कहासुनी हो गई थी। कुलसचिव गुस्से में बैठक छोड़कर चले गए थे।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो