इस घोटाले की पड़ताल करने इओडब्ल्यू टीम पहुंची निगम
रेकॉर्ड खंगालने उपायुक्त के चैंबर में ढाई घंटे दस्तावेज जांचे
रेकॉर्ड खंगालने उपायुक्त के चैंबर में ढाई घंटे दस्तावेज जांचे
उज्जैन. सिंहस्थ २०१६ दरमियान मेला क्षेत्र में लगाए गए एलइडी फिक्सर्च खरीदने व मेला समाप्ति पर इसे शहर में लगाने दौरान हुए घपले को लेकर इओडब्ल्यू टीम निगम के रेकॉर्ड खंगाल रही है। सोमवार दोपहर डीएसपी अशोक सूर्यवंशी के साथ टीम निगम मुख्यालय पहुंची और उपायुक्त योगेंद्र पटेल के चैंबर में बैठकर प्रकाश विभाग संबंधी एलइडी फाइलों जांचीं। मामले में एफआइआर दर्ज होने के बाद अब इओडब्ल्यू ने खरीदी संबंधी सभी मूल फाइल तलब की है, जिससे मौका सत्यापन मेंं मिली स्थिति, खरीदी संख्या सहित टेंडर की शर्त का विस्तृत अवलोकन हो सकें।
सिंहस्थ २०१६ में मेला क्षेत्र को रोशन करने निगम ने २२ करोड़ रुपए का एलइडी ठेका किया था। इसमें मेला अवधि के बाद सभी एलइडी शाहर के स्ट्रीट पोल पर लगाने सहित इनका ५ साल का मेंटेनेंस शामिल था। दिल्ली की एचपीएल कंपनी ने यह काम लिया था। इसको लेकर हुई शिकायत के बाद भोपाल इओडब्ल्यू स्तर से तत्कालीन उपायुक्त, निगम इंजीनियरों पर एफआइआर दर्ज हुई। अब जांच आगे बढ़ाते हुए खरीदी, भुगतान व टेंडर दस्तावेज संबंधी मूल फाइलें तलब की गई है। टीम ने करीब ढाई घंटे तक दस्तावेजों की पड़ताल की और कुछ फाइल अपने साथ भी ले गए। मामले में इओडब्ल्यू एसपी राजेश सिंह सूर्यवंशी का कहना है कि आगे की जांच के लिए मूल फाइलें मांगी हैं, ताकि प्रकरण की विवेचना पूरी कर आगामी कार्रवाई की जा सकें।
महापौर ने लिया सफाई व्यवस्था का जायजा
उज्जैनञ्चपत्रिका. महापौर मीना जोनवाल ने जोन क्रमांक 2 अन्तर्गत आने वाले विभिन्न सुलभ शौचालयों व सामुदायिक शौचालयों का निरीक्षण किया। इस दौरान सामुदायिक शौचालयों के संधारण कार्य के लिए निर्देशित किया। इसी क्रम में जोन क्रमांक-3 अन्तर्गत हरसिद्धि मंदिर के पास गोंड समाज बस्ती में पुराने शौचालय को तोड़कर अपेक्षित सीट वाला सुलभ कॉम्प्लेक्स का निर्माण कराने के निर्देश दिए।