लॉकडाउन में मालवा की इस दूषित नदी का हो गया उद्धार, साफ हो गया पानी
दूषित केमिकल वाला पानी नहीं मिलने से खान का पानी साफ
दूषित केमिकल वाला पानी नहीं मिलने से खान का पानी साफ
पंथपिपलाई (उज्जैन) जो काम करोड़ों रुपए खर्च करने के बावजूद नहीं हो सका, वही काम कोरोना वायरस के चलते हुए लॉकडाउन ने बिना पैसे खर्च किए कर दिया। दरअसल, दूषित केमिकल वाला पानी मालवा के इंदौर की खान नदी में नहीं मिलने के कारण पानी साफ और वातावरण भी शुद्ध हो गया है। दरअसल खान नदी में इंदौर के उद्योगों और फैक्टरियों का दूषित पानी मिलता है। साथ ही शहर का सीवरेज भी इसमें मिलता है। लेकिन लॉकडाउन में उद्योग बंद है। इस कारण नदी में गंदगी नहीं मिल रही। इससे दूषित कहलाने वाली खान नदी साफ नजर आ रही है।
ग्रामीण प्रसन्न, बोले-नदी हमेशा ऐसे ही साफ रहे
ग्रामीणों के अनुसार शासन-प्रशासन की लापरवाही से नियम विरुद्ध कार्य से इंदौर की फैक्ट्रियों का दूषित केमिकल वाला पानी, होटलों से निकलने वाला वेस्ट मैटेरियल मिलने, टैंकरों से केमिकल डालना, आमजन द्वारा किया जाने वाला कचरा, गंदगी नदी में फेंकना आदि कारणों से पानी दूषित रहता था। लॉक डाउन से दूषित केमिकल वाला पानी नहीं मिल रहा। रमेशचन्द्र शर्मा, कैलाश मकवाना, कैलाश विश्वकर्मा, संदीप आंजना, अनोखीलाल रावल, राजेश रावल, योगेन्द्र शर्मा, अल्केश सिंह देवड़ा, पोपसिंह देवड़ा समस्त ग्रामीणों ने कहा कि प्रशासन को ऐसी व्यवस्था करना चाहिए कि नदी हमेशा ही साफ रहे।