परिवर्तित मार्ग से ही निकलेगी
भादौ मास की पहली सवारी 10 अगस्त को परिवर्तित मार्ग से ही निकलेगी। भगवान महाकालेश्वर की सवारी महाकाल मन्दिर से बड़ा गणेश होते हुए हरसिद्धि चौराहा पहुंचेगी। यहां से झालरिया मठ और बालमुकुंद आश्रम होते हुए रामघाट पहुंचेगी। रामघाट पर पूजन-अर्चन के बाद सवारी रामानुजकोट, हरसिद्धि की पाल होते हुए हरसिद्धि मंदिर, बड़ा गणेश के सामने से होती हुई पुन: महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी। सवारी का लाइव प्रसारण विभिन्न चैनलों द्वारा किया जाएगा। कलेक्टर आशीष सिंह ने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर वे सवारी देखने घरों से बाहर न निकलें। उन्होंने कोरोना संक्रमण से बचाव को ध्यान में रखते हुए सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वे घरों में ही रहकर भगवान महाकाल की सवारी का लाइव दर्शन का लाभ लें।
प्रदेश के बाहरी भक्त भी कर सकेंगे महाकाल दर्शन
श्री महाकालेश्वर मंदिर में प्रदेश के बाहर के श्रद्धालुओं को भी दर्शन की अनुमति दी जाएगी। रविवार को जिला स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट समूह की बैठक में निर्णय लिया गया है। साथ ही गणेश प्रतिमा की स्थापना सार्वजनिक स्थानों पर प्रतिबंधित रहेगी तथा मोहर्रम का जुलूस भी नहीं निकाला जाएगा। श्री महाकालेश्वर मंदिर में प्रदेश के बाहरी श्रद्धालुओं को भी दर्शन की अनुमति दी जाएगी। दर्शन एप पर ऑनलाइन बुकिंग से ही होंगे। गणेश उत्सव के दौरान गणेश प्रतिमाओं की स्थापना सार्वजनिक स्थानों पर प्रतिबंधित रहेगी। श्रद्धालु अपने घर में प्रतिमा की स्थापना कर पूजन-अर्चन कर सकेंगे। इसी तरह मोहर्रम जुलूस भी नहीं निकाला जाएगा। यह निर्णय सर्किट हाउस पर आयोजित जिला स्तरीय आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में लिए गए।