1. महिदपुर रोड स्थित सेठ गोविंदराम शुगर मिल बंद पड़ा है। दूसरा कोई उद्योग नहीं होने से युवा रोजगार की तलाश में पलायन को मजबूर हैं। नवीन उद्योगों की स्थापना जरूरी है।
2. क्षेत्र में खेल स्टेडियम नहीं है। केन्द्रीय मंत्री थावरचंद गेहलोत ने पुराने हाईस्कूल ग्राउंड में भूमिपूजन किया था। आज तक इसका निर्माण पूरा नहीं हुआ।
3. नगर में पेजयल समस्या का स्थायी समाधान नहीं होने से प्रतिवर्ष गर्मी में जलसंकट का सामना करना पड़ता है।
4. पांच बंगला औद्योगिक क्षेत्र में सड़कें खराब हैं और पानी निकासी भी नहीं है। यहां भी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है।
5. नगर की कालोनियों में आधारभूत सुविधाओं का अभाव है। अनेक स्थानों पर पानी की लाइन व सड़कें नहीं हैं। यहां कम दबाव से पानी मिलने की समस्या आम है।
6. विधानसभा क्षेत्र की ग्रामीण अर्थव्यवस्था कृषि आधारित है यहां कृषि महाविद्यालय की स्थापना के साथ ही कृषि आधारित लघु उद्योगों की स्थापना की आवश्यकता है।
7. शिप्रा नदी में खान नदी के प्रदूषित पानी मिलता है। यही पानी पेयजल में उपयोग होता है। रहवासी चर्मरोग होने की आशंका जता रहे हंै। इस संबंध में कोई कारगार कदम नहीं उठाया जा रहा है।
8. शासकीय चिकित्सालय में सुविधाएं बढ़ाने की दरकार है। आइसीयू व सोनोग्राफी मशीन जैसी आधुनिक तकनीक का अभाव है। क्षेत्रवासियों को उपचार के लिए बड़े शहरों की ओर रुख करना पड़ता है।
9. राज्य परिवहन की बसें बंद होने से क्षेत्रवासियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण रुट पर भी परिवहन के पर्याप्स साधन नहीं है।
10. अतिक्रमण एवं आवारा पशुओं की भरमार है। मुख्य मार्गों पर इनके जमावड़े
से जाम तो आए दिन दुर्घटनाएं होती है।
हमारा कैंडिडेट कौन हो…
संभावित दावेदार: भरत शर्मा, नीता तिवारी, भगवतीप्रसाद पुरोहित (चेंजमेकर)
महिदपुर विधानसभा बहादुरसिंह चौहान, भगवानसिंह पंवार, सुधीर मूणत (भाजपा)
सरदारसिंह चौहान, दिनेश जैन बोस, कल्पना परुलेकर (कांग्रेस)