स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत देश के कुल 20 प्रतिष्ठित ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, धार्मिक महत्व के स्थलों का चयन किया गया है, जहां पर विशेष स्वच्छता अभियान चलाकर उन्हें और अधिक स्वच्छ एवं सुन्दर बनाया जाएगा। अभियान के प्रथम चरण में देश के 10 स्थानों का चयन किया गया था। अभियान के दूसरे चरण में 10 और स्थानों का चयन किया गया है, जिनमें देश में गंगोत्री, जमनोत्री के साथ महाकालेश्वर मंदिर को भी रखा गया है। इसकी घोषणा पूर्व में हो चुकी है।
योजना की विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने तथा उसके क्रियान्वयन के लिए नई दिल्ली में आगामी 21 एवं 22 नवंबर को एक राष्ट्रीय विशेष परामर्श कार्यशाला आयोजित की गई है, जिसमें भारत शासन के संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही संबंधित राज्य सरकारों के अधिकारी भी शामिल होंगे। इस कार्यशाला में कलेक्टर, मुख्य कार्य पालन अधिकारी जिला पंचायत सहित उज्जैन जिले का दल भी शिरकत करेगा।
स्वच्छता के लिए विशेष प्रयास जारी
कलेक्टर एवं अध्यक्ष महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति संकेत भोंडवे ने बताया कि एक वर्ष से लगातार महाकालेश्वर मन्दिर में स्वच्छता एवं साफ.-सफाई के विशेष प्रयास किए जा रहे थे, जिनका नतीजा है कि महाकालेश्वर मन्दिर मध्य प्रदेश का पहला ऐसा स्थल है, जिसे देश के शीर्षस्थ प्रतिष्ठित स्वच्छ स्थलों की श्रेणी में शामिल किया गया है। भारत मिशन के अंतर्गत स्वच्छ प्रतिष्ठित स्थल (स्वच्छ आइकोनिक प्लेसेज) भारत सरकार की योजना है, जिसके अंतर्गत भारत के ऐतिहासिक, धार्मिक, सांस्कृतिक तथा आध्यात्मिक महत्व के अतिविशिशष्ट स्थानों में विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। आने वाले दिनों में महाकालेश्वर मंदिर की सफाई व्यवस्था में और भी सुधार देखने को मिलेगा।
प्रथम चरण के स्वच्छ अतिविशिष्ट स्थान
अभियान के प्रथम चरण में वैष्णोदेवी-जम्मू-कश्मीर, छत्रपति शिवाजी टर्मिनस- महाराष्ट्र, ताजमहल-उत्तर प्रदेश, तिरुपति मंदिर-आंघ्रप्रदेश, स्वर्ण मंदिर-पंजाब, मणिकर्णिका घाट-वाराणसी, अजमेर शरीफ दरगाह-राजस्थान, मीनाक्षी मंदिर- तमिलनाडू, कामाख्या मंदिर-असम तथा जगन्नाथ पुरी-ओडिशा का चयन किया गया था।
दूसरे चरण के स्वच्छ अतिविशिष्ट स्थान
अभियान के दूसरे चरण में महाकालेश्वर मंदिर- उज्जैन, गंगोत्री, यमुनोत्री, चारमीनार-हैदराबाद, सेंट फ्रांसिस असीसी चर्च-गोवा, आदि शंकराचार्य स्थल-कलाड़ी,इरनामुलम गोमतेश्वर-श्रवणबेलगोला, बैजनाथ धाम-देवगढ़, गया तीर्थ-बिहार तथा सोमनाथ मंदिर-गुजरात का चयन किया गया था।