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उज्जैन

संजीवनी बनकर आई नर्मदा मैया, शहर में नहीं होगा जलसंकट

नर्मदा से शिप्रा में आया ३१ दिन जलप्रदाय जितना पानी, गऊघाट से छोड़ा तो रामघाट हुआ लबालब, बदबूदार पानी आगे निकाला

उज्जैनMay 06, 2018 / 12:53 am

Lalit Saxena

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पीएचई की मांग के २३ दिन बाद एनवीडीए ने दिया पानी, अब गऊघाट प्लांट से भी जरूरत अनुसार सप्लाई, रामघाट पर बदबू हुई कम
उज्जैन. नर्मदा से शिप्रा में करीब २५० एमसीएफटी पानी छोड़ा गया। गर्मी के दिनों में औसत ८ एमसीएफटी खपत के मान से इस पानी से ३१ दिन जलप्रदाय हो सकेगा। त्रिवेणी से होकर गऊघाट पर आए पानी से यहां के स्टॉप डैम का लेवल ४१.३ फीट हो गया। रामघाट पर मछली मरने व पानी के सड़ांध मारने से पानी छोड़ा तो यहां के घाट लबालब हो गए। वहीं यहां जमा गंदे पानी को सुनहरी घाट डैम के गेट खोलकर आगे बढ़ा दिया गया। फिलहाल शिप्रा में पर्याप्त मात्रा में पानी बना हुआ है।
पीएचई ने जलप्रदाय जरूरत बताते हुए नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण (एनवीडीए) से २३ दिन पहले पानी मांगा था। लेकिन ये जल अब मिल सका। गऊघाट पाले की अधिकतम ऊंचाई १६ फीट है, यहां १४.३ फीट पानी जमा है। इसी में से कुछ पानी आगे बढ़ाया गया ताकी रामघाट पर गंदा पानी आगे बढ़ सके। पीएचई इइ धर्मेंद्र वर्मा के अनुसार सुनहरी घाट के गेट खोलकर गंदा पानी आगे निकाल दिया। इससे शिप्रा के सभी प्रमुख घाटों पर साफ जल उपलब्ध है। जरूरत अनुसार गऊघाट के नए प्लांट से शहर में जलप्रदाय भी किया जाएगा।
…इधर गंभीर डैम में ५४७ एमसीएफटी
गंभीर डैम में फिलहाल ५४७ एमसीएफटी पानी संग्रहित है। एक दिन छोड़कर जलप्रदाय करने के हिसाब से इतने पानी व शिप्रा जल के संतुलन से गर्मी का सीजन का निकल जाएगा। यदि मानसून समय से आ गया तो आगे भी कोई दिक्कत नहीं आएगी। इस उपलब्धता के चलते पीएचई अधिकारी अधिक चिंता में नहीं है। उनका मानना है कि इतने पानी में शहर की प्यास बुझ जाएगी। कहीं जलसंकट के हालात निर्मित नहीं होंगे।
सामूहिक यज्ञोपवित संस्कार आज

उज्जैन. श्री हनुमान मंडल उज्जयिनी एवं श्री गणेश वैदिकाश्रम उज्जैन की ओर से सामूहिक यज्ञोपवित संस्कार कार्यक्रम रविवार सुबह ११.२० बजे आमेठा धर्मशाला कहारवाड़ी में होगा। राजेश सोहनी ने बताया कि १२ बटुकों को संस्कार वेदमूर्ति विनायक दुराफे, वेदमूर्ति प्रसाद वेरुलकर, वेदमूूर्ति दिलीप कोरान्ने की ओर से किया जाएगा।

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