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उज्जैन

स्वागत,भाषण और फोटो में राष्ट्रगान ही भूले

राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का आगाज बगैर राष्ट्रगान के हो गया। अतिथि स्वागत, भाषण और फोटो सेशन के चक्कर में राष्ट्रगान ही ही भूल गए। शासकीय आयोजन में राष्ट्रगान होना चाहिए। शुभारंभ अवसर और अंत में राष्ट्रगान नहीं हुआ।

उज्जैनOct 10, 2019 / 10:44 pm

Shailesh Vyas

National anthem forgotten in welcome, speech and photo

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उज्जैन. एक परंपरा है कि शासन के उच्च स्तरीय कार्यक्रम या प्रमुख आयोजन के दौरान राष्ट्रगान जन गण मन अधिनायक……होना चाहिए, लेकिन यह 65वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता के आयोजकों को याद ही नहीं रहा। चार खेल विधाओं की प्रतियोगिता के शुभारंभ और ना ही पहले दिन के समापन में राष्ट्र गान हुआ। अतिथियों के स्वागत, संबोधन, मेल मिलाप और फोटो सेशन के चक्कर में राष्ट्रगान को ही भूला दिया गया। प्रतियोगिता में 9 संभागों के 1500 खिलाड़ी और 150 प्रशिक्षक-प्रबंधक शिरकत कर रहे हैं।
शिक्षा विभाग की ओर से आयोजित पांच दिवसीय 65वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का शुभारंभ प्रभारी मंत्री सज्जनसिंह वर्मा के मुख्य आतिथ्य में क्षीर सागर कुश्ती एरिना में हुआ। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम, गीत, मलखंभ की प्रस्तुति के बीच स्वागत सत्कार तो हुआ पर आयोजक राज्य स्तरीय आयोजन के उद्घाटन के प्रारंभ और कार्यक्रम के अंत में जन गण मण अधिनायक…..को भूल गए। मंच पर विराजमान किसी भी जनप्रतिनिधि और अधिकारियों ने इस पर ध्यान हीं नहीं दिया कि कार्यक्रम में राष्ट्रगान नहीं हुआ है।
– कार्यक्रम अतिथियों के विलंब से आने के कारण 2 घंटे देरी से शुरू हुआ, हालांकि सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और शैलेंद्र व्यास के रोचक संचालन से खिलाडिय़ों का मनोरंजन होता रहा।
– प्रभारी मंत्री ने परीक्षा केंद्र अनुमोदन की फाइल पर मंच से हस्ताक्षर किए इसके लिए उन्होंने पूर्व मंत्री पारस जैन से पेन लिया।
– एसपी सचिन अतुलकर ने कलेक्टर शशांक मिश्रा को शपथ लेने से रोक दिया। खिलाडिय़ों की शपथ प्रारंभ हुई और कलेक्टर ने शपथ लेने के उद्देश्य अपना हाथ बढ़ा दिया। एसपी ने कहा हमारी नहीं यह खिलाडिय़ों की शपथ है।
– मंच के सामने जब मलखंभ और गरबे की जुगलबंदी प्रस्तुति हो रही थी,तब प्रभारी मंत्री वर्मा और पूर्व मंत्री पारस जैन अपनी बातों में व्यस्त होकर जमकर ठहाके लगा रहे थे।
– प्रभारी मंत्री को रवाना होने की इतनी जल्दी थी कि स्मृति चिह्न भी भेंट नहीं किए जा सके। मंत्री जब मंच से उतर रहे थे तो शिक्षा विभाग के अधिकारी स्मृति चिह्न लेकर उनके पीछे दौड़ पड़े। मंच के नीचे जिला शिक्षा अधिकारी रमा नहाटे ने अतिथियों को स्मृति चिह्न भेंट किए।
पीने के लिए टैंकर का पानी, वह भी गंदा
आयोजन स्थल पर खिलाडियों के लिए पीने के पानी की माकूल व्यवस्था नहीं थी। क्षीरसागर मैदान के एक कौने में पीएचई का एक टैंकर खड़ा किया गया था। खिलाड़ी इसी टैंकर से बोतल और वॉटर बैग भरते रहे। पानी भी साफ नहीं था। इसके अलावा प्राथमिक चिकित्सा इकाई की टीम में मैदान में पते ही नहीं थे। एक चोटग्रस्त खिलाड़ी उपचार के लिए मैदान में इधर-उधर भटकता रहा।.
मलखंभ और गरबे की जुगलबंदी
प्रतियोगिता के शुभारंभ पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियों में गरबे के अलावा एक ही गीत पर मलखंभ और गरबे की जुगलबंदी की शानदार प्रस्तुति को खूब प्रशंसा मिली।
नेता तो शब्दों से खेलते हैं
अपनी साफगोई और स्पष्ट बात रखने के लिए पहचाने जाने वाले प्रभारी मंत्री सज्जनसिंह वर्मा ने खिलाडिय़ों को संबोधित करते हुए कहा कि खेल और खिलाडि़यों में नेताओं का क्या काम। परिपाटी, परंपरा और मजबूरी है कि नेताओं को आयोजनों में आना पड़ता है। नेता तो शब्दों से खेलते हैं। बच्चों आप तो खेल के लिए खेलते रहे और सफलता हासिल कर अपने माता-पिता, शहर, प्रदेश और देश का नाम ऊंचा करो। खिलाड़ी बड़े हौसले के साथ आगे बढ़ें, खिलाड़ी खूब खेलें, खूब पढ़े आगे बढ़ं़े और मेडल प्राप्त करें। मुख्यमंत्री कमलनाथ खेलों के प्रति रुचि दिखाकर खिलाडिय़ों के लिए संसाधन उपलब्ध कराने के लिये दृढ़ संकल्पित हैं। खेलों में एक अच्छा वातावरण मिले, इसके लिए राज्य सरकार प्रयासरत है। जिला शिक्षा अधिकारी रमा नाहटे ने स्वागत भाषण और प्रतियोगिता के बारे में जानकारी दी। प्रतिवेदन का वाचन अरविन्द जोशी ने किया। प्रभारी मंत्री ने ध्वज फहराने के साथ प्रतियोगिता के उद्धाटन की घोषणा की। वर्षा शर्मा ने खिलाडिय़ों को शपथ दिलाई। संचालन शैलेन्द्र व्यास ने किया। आभार शिक्षा विभाग के सहायक संचालक अभयसिंह तोमर ने माना।
इनका कहना
प्रारंभ में सरस्वती वंदना और अंत में राष्ट्रगान होना था। प्रतियोगिता उद्घाटन की घोषणा होते ही मंत्रीजी और अतिथि अचानक मंच से उतरकर बच्चों के बीच मुलाकात के लिए चल दिए। फिर फोटो लेने का सिलसिला चल पड़ा। वहीं से मंत्रीजी रवाना हो गए। खिलाड़ी बच्चे भी इधर-उधर होने लग गए थे। एेसे में राष्ट्रगान की स्थित नहीं बनी।
– रमा नहाटे,जिला शिक्षा अधिकारी।
राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता के पहले दिन के परिणाम
क्रीड़ा प्रतियोगिता के पहले दिन खो-खो और बेसबॉल के मुकाबले हुए। खो-खो बालक १९ आयु वर्ग में इंदौर ने भोपाल,जनजातीय कल्याण विभाग ने ग्वालियर,जबलपुर ने नर्मदापुरम्,उज्जैन ने रीवा को बालक १७ आयु वर्ग में इंदौर ने भोपाल को,ग्वालियर ने जबलपुर,उज्जैन ने रीवा को बालिका १९ आयु वर्ग में जबलपुर ने रीवा को और बालिका १७ आयु वर्ग में उज्जैन ने सागर को पराजित किया। इस वर्ग में ग्वालियर और जनजातीय कल्याण विभाग का मैच टाई रहा। बेसबॉल के पहले मुकाबले में इंदौर ने जबलपुर को हराया।

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