जनहितकारी व सुरक्षा
वैश्विक आपदा कोरोना वायरस के संक्रमण को गंभीरतापूर्वक लेते हुए जनहितकारी व सुरक्षा को देखते हुए कलेक्टर शशांक मिश्रा ने नगर पूजा नहीं करने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि नवरात्रि महापर्व पर महाअष्टमी के दिन होने वाली नगर पूजा में जो भी परंपरा हो, उसे संक्षिप्त रूप से ही निर्वाह कर लिया जाए। साथ ही अधिक भीड़-भाड़ और समूह के रूप में न निकलें, अभी संक्रमण का खतरा टला नहीं है। चामुंडा माता मंदिर के पुजारी सुनील चौबे ने भी प्रशासन के निर्णय में सहयोग देने की बात कही है। उन्होंने कहा कि यदि इस बार माता रानी की पूजा सामान्य रूप से कर लें, तो आगामी वर्ष में इसे धूमधाम के साथ मनाएंगे। इस बार कोरोना के चलते सभी लोग सामान्य रूप ेसे ही माता रानी की पूजा-अर्चना कर परंपरा का निर्वाहन कर लें।
निरंजनी अखाड़े ने भी लिया निर्णय
कोरोना के भयंकर प्रकोप को देखते हुए शासन को सहयोग देने के लिए इस वर्ष उज्जैन में पंचायती अखाड़ा श्रीनिरंजनी के महंत रवींद्रपुरी महाराज अध्यक्ष मनसा माता मंदिर ट्रस्ट हरिद्वार द्वारा नवरात्रि महापर्व की महाअष्टमी को होने वाली नगर पूजन नहीं करने का निर्णय लिया गया है। पं. राजेश व्यास ने बताया इस परंपरा की शुरुआत सम्राट विक्रमादित्य द्वारा नगर की संपन्नता हेतु की गई थी, जिसका निर्वहन जिला प्रशासन द्वारा शारदीय नवरात्र में किया जाता है व विगत 2 वर्षों से चैत्रीय नवरात्र में निरंजनी अखाड़े द्वारा संपन्न की जाती रही है। किंतु इस वर्ष इस जानलेवा संक्रमणकाल को अति गंभीरतापूर्वक लेते हुए पूजन न करने का निर्णय लिया है।