21 जून के दिन सूरज बहुत ऊंचाई पर होता है। इससे परछाई साथ छोड़ देती है। सूर्य के चारों ओर परिभ्रमण करती पृथ्वी के कारण २१ जून को सूर्य उत्तरी गोलार्ध में कर्क रेखा के लंबवत होता है। कर्क रेखा की स्थिति लगभग २३ डिग्री २६ मिनट उत्तरी अक्षांश पर है। इससे मंगलवार को सूर्य की क्रांति २३ डिग्री २६ मिनट १४ सेकंड उत्तर होगी। उज्जैन कर्क रेखा के नजदीक है, जिससे मंगलवार दोपहर १२.२८ बजे सूर्य की किरणें लंबवत होने से परछाई शून्य हो जाएगी। वेधशाला में इस खगोलीय घटना को शंकु यंत्र से प्रत्यक्ष देखा जा सकता है।
13.34 घंटे का दिन, 10.26 घंटे की रात २१ जून को सूर्य अपने अधिकतम उत्तरी बिंदू कर्क रेखा पर होने के कारण उत्तरी गोलार्ध में दिन सबसे बड़ा तथा रात सबसे छोटी होती है। उज्जैन में आज ५.४२ पर हुआ सूर्योदय शाम ७.१६ बजे अस्त होगा। इस प्रकार दिन १३ घंटे ३४ मिनट का होकर सबसे बड़ा होगा। साथ ही रात १०.२६ घंटे की होगी। २१ जून के बाद सूर्य की गति दक्षिण की ओर दृष्टिगोचर होगी। इसे दक्षिणायन की शुरुआत कहते हैं। २१ जून के बाद दिन धीरे-धीरे छोटे होने लगेंगे और 23 सितंबर को दिन और रात बराबर होंगे।
बड़ा दिन होने का कारण 21 जून को साल का सबसे लंबा दिन होने के पीछे कारण ये है कि 21 जून को सूर्य, पृथ्वी के नॉर्थ पोल मतलब उत्तरी गोलार्द्ध पर होता है इस कारण सूर्य की रोशनी भारत के बीचों-बीच गुजरने वाली कर्क रेखा पर सीधी पड़ती है। इस दिन सूर्य की किरणें अन्य दिनों के मुकाबले ज्यादा समय तक धरती पर रहती हैं। इसी कारण से इस दिन को साल का सबसे बड़ा दिन और रात छोटी होती है।