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अब समाजसेवी संस्थाएं नहीं बांट पाएगी जरूरतमंदों को भोजन, प्रशासन ने बदली व्यवस्था

एसडीएम ने सभी संगठनों की अनुमति को किया निरस्त

उज्जैनApr 06, 2020 / 12:04 am

Mukesh Malavat

Now the social organizations will not be able to distribute food to th

एसडीएम ने सभी संगठनों की अनुमति को किया निरस्त

नागदा. लगातार मिल रही शिकायत के बाद जरूरतमंदों को भोजन एवं अन्य खाद्य सामग्री बांटने वाली सभी समाजसेवी संस्थाओं की अनुमति को निरस्त कर पूरी व्यवस्था को अपने हाथों में लेने का निर्णय लिया है। एसडीएम आरपी वर्मा ने इस सबंध में मीडिया को जानकारी देते हुए बताया मंगलवार से नई व्यवस्था को लागू कर दिया जाएगा, जिसके बाद एसडीएम वर्मा ने शाम 5 बजे प्रेस वार्ता आयोजित कर मीडिया के समक्ष भोजन वितरण करने की नई व्यवस्था से अवगत कराया। नई व्यवस्था से मंगलवार से भोजन वितरण किया जाएगा। प्रेस वार्ता में सीएसपी मनोज रत्नाकर, तहसीलदार विनोद शर्मा, मंडी थाना प्रभारी श्यामचंद्र शर्मा, बिरलाग्राम थाना प्रभारी आईपीएस अभिनव चौकसे, नायब तहसीलदार सनोली पटवा व अनू जैन मौजूद थी। इसके लिए बकायदा प्रशासनिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों की टीमों का गठन किया है, जो भोजन बनाने की रसोई घर से लेकर जरूरतमंदों के घर-घर जाकर भोजन वितरित करने की जिम्मेदारी को निभाएंगे। इसके लिए राजस्व विभाग,नगरपालिका, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं कंट्रोल संचालकों को दायित्व सौंपा गया है। सिर्फ भोजन बनाने की जवाबदारी सिगड़ी-95 एवं पोरवाल समाज को सौंपी है। सिगड़ी-95 को मंडी क्षेत्र एवं पोरवाल समाज को बिरलाग्राम क्षेत्र के जरूरतमंदों का भोजन के पैकेट तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है। दोनो क्षेत्रों में भोजन वितरण के लिए एक-एक वाहन उपलब्ध होगा, जिसमें वाहन चालक सहित नगर पालिका के दो कर्मचारी तैनात रहेंगे। शहर की 27 कंट्रोल की दुकानों को भोजन वितरण केंद्र बनाए गए है, जहां दोनों समय वाहन से भोजन के पैकेट पहुंचाने की व्यवस्था की गई है। बाद में इन सभी केंद्रों से क्षेत्र में निवास करने वाले गरीबों को घर-घर जाकर भोजन के पैकेट उपलब्ध करवाए जाएंगे। यह व्यवस्था प्रति केंद्र पर चार लोगों के हाथ में होगी, जिसमें कंट्रोल का संचालक एवं हेल्पर के अलावा उस वार्ड की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं नगर पालिका का एक कर्मचारी को नियुक्त किया है।
करीब पांच हजार परिवारों को बांटा जाएगा दोनों समय भोजन – प्रशासन ने पूरे शहर में सर्वे करवाकर ऐसे परिवारों की सूची तैयार करवाई गई है जो बेहद गरीब है और लॉकडाउन के दौरान इनके लिए दोनों समय का भोजन का जुगाड़ करना मुश्किल हो रहा है। इनकी संख्या लगभग पांच हजार बताई जा रही है। मंगलवार से प्रशासन ने इन सभी परिवारो के घर-घर जाकर भोजन के पैकेट उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की है। एसडीएम ने भरोसा दिलाया कि इनके अलावा भी अगर कोई परिवार या व्यक्ति को भोजन की आवश्यकता होगी तो उसे भी उपलब्ध कराया जाएगा।
अलग-अलग रंगों के कार्ड होंगे जारी
एसडीएम वर्मा ने बताया कि भोजन व्यवस्था में जुटे सभी कर्मचारियों एवं समाजसेवी संस्थाओं के कार्यकर्ताओं को उनका फोटो लगा अलग-अलग कलर के कार्ड जारी किए जाएंगे, जिसमें एसडीएम के हस्ताक्षर होंगे। भोजन व्यवस्था पर नजर रखने के लिए नियुक्त नोडल अधिकारी के पास लाल रंग का कार्ड होगा। वहीं सुपरवाजर के पास केसरिया, वाहन चालक एवं कर्मचारी को गुलाबी एवं भोजन बनाने वाली संस्था के कार्यकर्ता जिसमें भोजन बनाने वाले कर्मचारी भी शामिल है, इन्हें पीले रंग का पास जारी किया जाएगा। इसके अलावा भोजन वितरण का काम देखने वाले कंट्रोल संचालक एवं अन्य कर्मचारी को सफेद रंग के कार्ड जारी किए जा रहे है। इनके अलावा किसी भी व्यक्ति या संगठन को कल मंगलवार से भोजन इत्यादी वितरण करने की अनुमति नही होगी। ऐसा करते पाऐ जाने पर उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इसलिए बदलनी पड़ी व्यवस्था
एसडीएम वर्मा का कहना है कि अभी तक शहर में गरीबों को भोजन उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी कुछ सामाजिक संस्थाएं उठा रही थी, लेकिन पिछले कुछ दिनों से प्रशासन के पास ऐसी शिकायतें मिल रही थी की गरीबों को भोजन वितरण की आड़ में कुछ असामाजिक तत्व अपना अवैध धंधे चला रहे है। हिंदुवादी नेता भैरूलाल टांक ने भी इसको लेकर प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाया थे। इसके अलावा कई स्थानों पर सोशल डिस्टेसिंग का भी पालन नहीं करवाया जा रहा था। भोजन के लिए भीड़ लगना आम बात हो गई है, जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा था। यही कारण है कि प्रशासन को पूरी भोजन व्यवस्था को अपने हाथों में लेने का निर्णय लेना पड़ा है।
नियम नहीं मानने पर होगी कार्रवाई
एसडीएम आरपी वर्मा ने कहा है कि जो लोग भोजन व्यवस्था में लगाए गए है उन सभी को जारी किए गए कार्ड पहनना आवश्यक किया है, जो भी कर्मचारी या भोजन बनाने वाली संस्था के कार्यकर्ता व कर्मचारी नियमों का पालन नहीं करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, साथ ही मंगलवार से बिना अनुमति के किसी भी संस्था और व्यक्ति के लिए भोजन या अन्य कोई खाद्य प्रदार्थ का शहर में वितरण करने पर पूर्ण रूप से पाबंदी रहेगी। अगर ऐसा कोई करता पाया गया तो उसके खिलाफ धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी।
मंडी में 16, बिरलाग्राम में 11 केंद्रों से होगा भोजन का वितरण
भोजन वितरण के लिए शहर को दो जोन में बांटा है। बिरलाग्राम क्षेत्र में 11 एवं मंडी क्षेत्र में 16 ऐसी शासकीय राशन की दुकानों को भोजन वितरण केंद्र बनाए है, जहां गरीब परिवारों की सख्या अधिक है। इन्ही केंद्रों पर दोपहर 12 से 1 एवं शाम 06 से 07 बजे तक जरूरतमंदों को घर-घर जाकर भोजन के पैकेट बांटे जाएंगे।
इन्हें सौंपी जवाबदारी
प्रशासन ने पहले सिगड़ी-95 से भोजन व्यवस्था को लेकर प्लानिंग बनाई थी, लेकिन उनकी योजना सामने आने पर पोरवाल समाज ने भी सहयोग की अपेक्षा जाहिर की। इस पर एसडीएम ने उनकी भावना का सम्मान करते हुए बिरलाग्राम जोन की जिम्मेदारी पोरवाल समाज को सौंपी और मंडी की सिगड़ी-95 को। मंगलवार से ये दोनों संस्था भोजन पैकेट बनाकर प्रशासन की प्लानिंग के अनुरूप वहां तक पहुंचाएंगे।

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