सीधा प्रसारण देख रहे श्रद्धालुओं को भी ऐसे ही सिक्के प्राप्त हुए
यही नहीं चेनल पर सीधा प्रसारण देख रहे देश और दुनिया के श्रद्धालुओं को भी ऐसे ही सिक्के प्राप्त हुए। अपनी 45 दिवसीय गुप्त एवं कठोर साधना के बाद दिव्य आशीर्वादी महामांगलिक को सर्वजन कल्याण महामहोत्सव सरीखे कार्यक्रम के रूप में डॉक्टर वसंतविजयजी ने भगवान भैरव नाथ के 1008 नामों के साथ विभिन्न मंत्र शक्ति पात की तरंगे प्रवाहित की। जिससे बड़ी संख्या में लोगों ने खड़े होकर अपने दुखों-कष्टों का व रोग मुक्त होने की जानकारी हर्षोल्लास के साथ दी। इस दौरान उपस्थित लोगों के शरीर में रोमांच का विशेष अनुभव हुआ।
संतश्रीजी ने अपने अमृतमयी प्रवचन में कहा
इस अवसर पर संतश्रीजी ने अपने अमृतमयी प्रवचन में कहा कि मंत्र का अर्थ मनन करना व रक्षा करना होता है। उन्होंने कहा कि परमात्मा, गुरु एवं वैद्य का सम्मान करने से प्राणों की रक्षा होती है। भगवान भैरवनाथ को रूद्र अर्थात महाकाल का ही स्वरूप बताते हुए डॉ वसंतविजयजी ने कहा कि जो भय रहित कर दे, संकट मुक्त कर दे वही भैरव देव है। उन्होंने कहा कि जिसने भी भैरवनाथ का श्रद्धा से पूजन किया है। वह सर्व लोक में पूजा जाता है। धर्म पंथ की बजाय, संस्कार पवित्रता बढ़ाने की सीख देते हुए संतश्रीजी ने विभिन्न मंत्रोच्चारण के साथ अनेक योग क्रियाएं करवाई। दान की महत्ता बताते हुए सर्वधर्म दिवाकर ने कहा कि परमात्मा दानवीरों के करोड़ों पाप माफ करते हैं। वे यह भी बोले, संत किसी एक व्यक्ति अथवा धर्म के नहीं होते वह सर्व समाज के कल्याण के लिए होते हैं। श्रद्धालुओं की तालियों की गूंज के साथ वसंतविजयजी ने अनेक संगीतमय भजनों की प्रस्तुतियां दी। वहीं भगवान भैरवनाथ के एक सुर में 1008 नामो का वाचन किया।
गुरुभक्त शैलेंद्र तल्लेरा ने बताया
गुरुभक्त शैलेंद्र तल्लेरा ने बताया कि श्री कृष्णगिरी पार्श्व पद्मावती भक्त मंडल उज्जैन के तत्वावधान में हुए इस पहले ऐतिहासिक कार्यक्रम में मध्य प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र व पंजाब आदि के विभिन्न शहरों के बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। मंच पर नागा महंत कृष्णगिरिजी, जूना अखाड़ा की योग माताजी भी मौजूद रहे। सांसद अनिल फिरोजिया, पूर्व मंत्री एवं विधायक पारस जैन, बाबूलाल जैन, विधायक मोहन यादव, अशोक जैन, अनिल जैन, अशोक प्रजापत, पार्षद दुर्गाशक्तिसिंह चौधरी सहित अनेक गणमान्य जन उपस्थित रहे। सनातन विद्या पीठ के बटुकों द्वारा मंत्रोच्चार के साथ श्री पार्श्व पद्मावती एवं भैरवनाथजी के छाया चित्र के समक्ष दीप रोशन व माल्यार्पण के साथ शुरू हुए कार्यक्रम में तल्लेरा परिवार द्वारा गुरु पूजन भी किया गया।
डॉ वसंतविजयजी म.सा.के 51 वें अवतरण दिवस पर अलौकिक कृपा 5 को
श्री कृष्णगिरी पार्श्व पद्मावती शक्तिपीठाधीपति, मंत्र शिरोमणि, राष्ट्रसंत डॉक्टर वसंतविजयजी महाराज साहेब का 51 वां अवतरण दिवस 5 मार्च को अलौकिक कृपा स्वरुप यहां शिवांजलि गार्डन में ही विशाल नगर भंडारे के साथ मनाया जाएगा। इस अवसर पर रात्रि 8 बजे से संतश्रीजी द्वारा अपनी अलौकिक सिद्ध साधना शक्तियों से समस्त ब्रह्मांड में विराजित सभी धर्मों के गुरु शक्तियों की कृपा प्रसाद आशीर्वाद की अलौकिक कृपा प्रदान कराई जाएगी। आयोजन से जुड़े गुरुभक्त शैलेंद्र तल्लेरा ने बताया कि इस अभिनव कार्यक्रम में किसी भी धर्म पंथ का व्यक्ति अपनी गुरु परंपरा का पूर्ण आशीर्वाद का अलौकिक लाभ प्राप्त कर सकेगा। उन्होंने बताया कि विश्व विख्यात संतश्रीजी डॉ वसंतविजयजी द्वारा अपनी दिव्य मंत्र साधनाओं से उपस्थित श्रोताओं को उनकी संपूर्ण गुरु परंपरा से आशीर्वाद प्रदान करेंगे, साथ ही किसी भी प्रकार के पाप श्राप व दोष आदि से भी मुक्ति दिलाएंगे। शैलेंद्र तल्लेरा ने बताया कि कार्यक्रम का सीधा प्रसारण पारस चैनल पर भी गुरुवार रात्रि 8 बजे से होगा।