सिंधिया ने इससे पहले महाकाल मंदिर पहुंचे और बाबा महाकाल के दर्शन किए। उन्होंने इस दौरान परिसर और उज्जैन के विकास को लेकर केंद्र सरकार की राशि मंजूर होने पर आभार जताया। सिंधिया ने तीनों किसान कानून के संबंध में कहा कि यह बिल किसानों के हित में है किसानों को असली आजादी तीन कृषि कानून लागू होने के बाद मिलेगी। किसानों को राजनीतिक आजादी तो मिल गई थी लेकिन आर्थिक आजादी इन कानूनों के माध्यम से दी गई है। यह 70 वर्षों में पहली बार हुआ है। इन कानूनों से किसानों को उनका हक देने की कोशिश की गई है। वो अपनी उपज कहीं भी बेच सकते हैं। किसी से भी कांट्रेक्ट कर सकते हैं।
वहीं, प्रशिक्षण को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा- कार्यकर्ता के लिए समय-समय पर प्रशिक्षण होते रहना चाहिए। हम जैसे कार्यकर्ता लालटेन का कांच हैं। कई बार कांच पर धूल जम जाती है जिससे प्रकाश दूर तक नहीं जा पाता। ऐसे में समय-समय पर कांच की धूल साफ होते रहना चाहिए।