मौत से पहले अजमेर आई थी रेणु
५ जनवरी को होटल में रेणु और बेटी वरुणिका की मौत से पहले २६ दिसंबर को वह अजमेर आई थी। यहां वह अपनी मां प्रतिभा के बीमार होने पर मिलने आई थी। दो दिन तक वह रही, इसके बाद लौट गई। मां प्रतिभा के मुताबिक उस समय बेटी से पूछा था कि कोई दिक्कत तो नहीं, अगर कुछ समस्या है तो वापस आ जा, लेकिन रेणु ने कुछ नहीं बताया। परिजनों के बताया कि रेणु पांच भाई-बहन में तीसरे नंबर की थी। सबसे बड़ी बहन शकुंतला, भाई राकेश, बहन रेणु, बहन मीना और छोटा भाई रवि है। वहीं पिता रिक्शा चलाते थे, जिनका देहांत हो गया है।
पहले बोला था दोनों बेटी को साथ रखेगा, फिर करने लगा प्रताडि़त
रमणीकलाल ने शादी के समय कहा था वह रेणु के साथ उसकी दोनों बेटी निकिता और वरुणिका को साथ रखेगा। कुछ समय उसने दोनों बेटी को साथ रखा लेकिन बड़ी बेटी निकिता से मारपीट करने लगा था। निकिता ने इसकी शिकायत मामा राकेश से की थी। इस पर मामा उसे अपने साथ वापस अजमेर ले गए थे। निकिता १७ वर्ष की होकर १०वीं कक्षा में पढ़ रही है।
सुसाइड नोट में झूठी कहानी, बेटी का नाम क्यों बदला
होटल से मिला सुसाइड नोट रेेणु के नाम से लिखा है। इसमें रेणु ने लिखा है कि पति बहुत सीधे हैं और लोगों के परेशान होने के कारण तीनों आत्महत्या कर रहे हैं। परिजनों को जब सुसाइड नोट बताया तो किसी को इस पर विश्वास नहीं हुआ। उनका कहना था कि रेणु को लिखना ही नहीं आता। वहीं बेटी का निकिता लिखा है जबकि उनके पास तो छोटी बेटी वरुणिका रहती थी। फिर बेटी का झूठा नाम क्यों लिखा। हालांकि परिजन यह भी कह रहे हैं कि सुसाइड नोट में हस्ताक्षर रेणु के जैसे ही हैं।
बेटी की गला दबाकर, पत्नी को जहर देकर मारा
जिला अस्पताल में डॉ जितेंद्र शर्मा, डॉ भोजराज शर्मा व डॉ सिमरन दुबे की तीन सदस्यीय पैनल ने मां-बेटी का पोस्टमार्टम किया। प्रारंभिक रिपोर्ट में सामने आया कि बेटी वरुणिका की गला दबाकर हत्या की गई है। मां रेणु के पेट में जहर मिला है। इधर, जांच अधिकारी ओमप्रकाश शेखावत का कहना है कि मच्छर मारने के स्प्रे के डिब्बे में छेद किया गया है और जहर निकाला गया। घटना स्थल से इंजेक्शन भी मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला को इंजेक्शन लगा होना सामने नहीं आया है।
बिलख-बिलख कर रोई बेटी निकिता- कहां मां भी नहीं रही
रेणु और वरुणिका की मौत होने पर पूरा परिवार सदमे है। वहीं रेणु की बड़ी बेटी निकिता की हालत खराब है। जैसे ही उसने मां और बहन को देखा तो बिलख पड़ी। कह रही थी मां भी अब नहीं रही। मुझे मां के पास ले जाओ। हालांकि परिजनों ने उसे जैसे-तैसे संभाला। वहीं भाई और मां का भी रो-रो कर बुरा हाल था।
एसआई से जांच करवाने पर एसपी ने जताई नाराजगी
होटल में मां-बेटी की लाश मिलने और इनकी हत्या होने की आशंका पहले दिन ही जताई जाने लगी थी। देवासगेट पुलिस में मामले की जांच टीआई पृथ्वीसिंह खलाटे द्वारा नहीं करते हुए एसआई शेखावत को सौंप दी। दो दिन तक शेखावत ने ही जांच की। जब इसकी जानकारी एसपी सचिन अतुलकर को लगी तो उन्होंने नाराजगी जताई । तब टीआई खलाटे ने अपने पास जांच ली।
इनका कहना
अब तक की जांच में मां-बेटी की हत्या ही होना सामने आया है। दोनों का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया है। पति रमणीकलाल के पकडऩे के प्रयास किए जा रहे हैं।
– पृथ्वीसिंह खलाटे, टीआई, देवासगेट
हत्या के पीछे यह हो सकती कहानी
रेणु और वरुणिका की हत्या के पीछे रमणीकलाल के दूसरी शादी की पोल खुलना है। संभवत: इसी को लेकर पति-पत्नी के बीच विवाद होते थे। इससे छुटकारा पाने के लिए रमणीकलाल ने साजिश रची। उसने पहले इंदौर स्थित घर खाली किया। सामान भी बेच दिया। उज्जैन देवदर्शन के बहाने पत्नी और बेटी को लाया। २ जनवरी से खुद का मोबाइल बंद कर दिया और पत्नी के मोबाइल से ही बात की। होटल में मच्छर मारने का स्प्रे लेकर आया। पत्नी को जहर पिलाया। बेटी की पलंग पर ही गला दबाकर हत्या कर दी। जब मां-बेटी मर गए तो होटल से भाग गया। वहीं पुलिस की जांच भटकाने के लिए पत्नी रेणु के नाम से झूठा सुसाइड नोट लिखा। संभवत: जल्दबाजी में बेटी का नाम गलत लिख दिया। वहीं ४ जनवरी की रात ८.३० बजे के करीब वह होटल से बाहर निकला और डेढ़ घंटे बाद किसी दूसरे के फोन से पत्नी और बेटी की हत्या की सूचना दी। चूंकि उसने अपना मोबाइल बंद कर रखा है लिहाजा पुलिस को ट्रेस नहीं हो रहा है।