छोटी सर्जिकल स्ट्राइक का देश में प्रपोगंडा हो जाता है: सज्जन वर्मा
विजय दिवस के अवसर पर प्रभारी मंत्री सज्जन वर्मा ने कहा, सैनिकों की वीरगाथा की जगह लोग अपनी आत्म स्तुति में लग गए
विजय दिवस के अवसर पर प्रभारी मंत्री सज्जन वर्मा ने कहा, सैनिकों की वीरगाथा की जगह लोग अपनी आत्म स्तुति में लग गए
उज्जैन. विजय दिवस के अवसर पर जिले के प्रभारी मंत्री सज्जनसिंह वर्मा ने सर्जिकल स्ट्राइक का हवाला देते हुए किसी का नाम लिए बिना कुछ लोगों द्वारा आत्म स्तुति करने की बात कही है। मीडिया से चर्चा में वर्मा ने कहा, इतनी बड़ी घटना होती है (1971 का भारत-पाकिस्तान युद्ध) जब पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की दृढ़ शक्ति से दुश्मन देश के दो टुकड़े हो जाते हैं, 93 हजार सैनिक भारत के सामने घुटने टेक देते हैं लेकिन कभी इसका प्रपोगंडा नहीं किया गया। इसके विपरित कहीं छोटी-मोटी सर्जिकल स्ट्राइक होती है तो उसका प्रपोगंडा किया जाता है। यह तो सैनिकों का शौर्य है, जिसके दम से हम लोग आज जीवित व सुरक्षित हैं, उनकी वीर गाथा गाई जाना चाहिए। लोग आज के इस युग में अपनी आत्म स्तुति में लग गए हैं।
छात्रों के आंदोलन को सही बताया
जामिया के विद्यार्थियों द्वारा किए गए आंदोलन को प्रभारी मंत्री वर्मा ने सही ठहराया है। उन्होंने कहा, मैं स्टूडेंट लीडर रहा हूं और आज भी मेरी मानसिकता छात्र की है। पहली बार मुझे महसूस हुआ कि छात्रों ने अपनी ताकत पहचानी है। मेरी पार्टी या मेरे नेता माने न माने, मैं मानता हूं कि उन छात्रों का आंदोलन बिलकुल जायज है। मप्र में केब लागू नहीं होने पर भाजपा द्वारा विरोध प्रदर्शन को लेकर वर्मा ने कहा, प्रदेश के मुखिया का अधिकार होता है कि वह गुण-दोष के आधार पर तय करे कि प्रदेश में कौन सी योजना लागू होगी और कौन सी नहीं। तमाम वे राज्य इस योजना को मानने को तैयार नहीं है जो धर्म-मजहब के नाम पर बनाई गई हो, सांप्रदायिक ताकतें यहां कभी सफल नहीं हो पाएंगी।