विक्रम विवि के इंजीनियरिंग संस्थान को निर्वाचन प्रक्रिया के लिए अधिगृहण किया गया है। इसी के चलते सभी कक्षाओं को बंद कर लैब में प्रायोगिक करवाए जा रहे हैं। शनिवार के सिविल की लैब में दर्जनों कीमती सामान गायब मिले। शिक्षकों ने सामान नहीं मिलने की सूचना प्रभारी विभागाध्यक्ष एमएस परिहार को दी। इसके बाद सुरक्षा व्यवस्था संभालने वाले प्रभारी एसके मिश्रा को भी जानकारी मिली। घटना में लैब का चैनल व खिड़की कुछ भी नहीं टूटी है, लेकिन सामान गायब है।
लैब का सामान नहीं मिलने के बाद प्रमुख अधिकारियों ने तैनात कर्मचारियों से पूछताछ की। तो उन्होंने बताया कि कुछ सामान दो माह पहले भी नहीं मिल रहा था। उन्होंने शिक्षकों को बात दिया, लेकिन इतना सामान गायब होने की जानकारी नहीं थी। दूसरी तरफ चार माह पूर्व सभी सामान का सत्यापन हुआ था। जो लैब में मौजूद था।
संदिग्ध गोपनीय विभाग की आग
विक्रम विवि के गोपनीय विभाग में आग लग गई। विवि के गोपनीय विभाग से लगातार विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिका गायब हो रही थी। इन्हीं में से कुछ मामलों की शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर हुई और जांच भी चल रही थी। इसी बीच संदिग्ध रूप से गोपनीय जल गया। जहां आग लगी। वहां पर ज्वलनशील पदार्थ फेंकने की जगह नहीं थी और प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट की संभावना को नकारा गया। इसके बाद एक साल बाद जांच में शॉर्ट सर्किट कारण आया।
पुरातत्व विभाग में हुई चोरी, आग
विक्रम विवि के प्राचीन भारतीय इतिहास और पुरातत्व विभाग में चोरी हुई। यह घटना पूरी भी तरह से संदिग्ध थी। चोरों ने सामान चुराने से ज्यादा सामान खंगाला और आग लगाई। बड़ी बात यह है कि कुछ दिन पूरा चोरी का सामान मिल गया। बता दें कि इस विभाग में किताब खरीदी से जुड़े दस्तावेज रखे हुए थे। जिसकी जांच हाईकोर्ट के निर्देश पर जारी है।