ज्योतिषाचार्य पं. अमर डब्बावाला के अनुसार 14 मई के दिन गुरु ग्रह शाम 8.10 पर वक्री होंगे तथा इसी दिन सूर्य का वृषभ में प्रवेश (सूर्य की वृषभ संक्रांति) शाम 5.18 पर आरंभ होगी। साथ ही 15 मई को बुध का उदय पश्चिम दिशा में रात 11.15 पर होगा। इस दृष्टि से ग्रहों का वक्रत्व काल अपने नियत समय सीमा पर परिभ्रमण काल का अनुक्रम बनाएंगे। 14 मई सूर्य वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे तथा 24 मई को बुध मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे (अल्पकालिक वृषभ राशि का प्रवाह मौसम को प्रभावित करेगा।) वहीं 22 मई को शनि जयंती रहेगी, साथ ही इसी दिन वट सावित्री अमावस्या भी मानी जाएगी।
ज्येष्ठ मास में आने वाले बड़े त्योहार
– 18 मई को अपरा एकादशी
– 19 मई को भौम प्रदोष, अमृत सिद्धि योग
– 22 मई को भावुका अमावस्या, शनि जयंती व वट सावित्री अमावस्या
– 23 मई से 10 दिवसीय गंगा दशहरा पर्व आरंभ
– 25 मई रम्भा तीज व महाराणा प्रताप जयंती तथा अमृत सिद्धि योग
– 31 मई महेश नवमी व सर्वार्थ सिद्धि योग
– 01 जून को गंगा दशहरा व बटुक भैरव जयंती
– 02 जून निर्जला एकादशी व्रत
– 05 जून को वट सावित्री पूर्णिमा