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उज्जैन

18 साल पुराना एक सपना जिसके पूरा होने पर सीएम ने चलाई ट्राइसिकल

एलिम्को की सहायक उत्पादन इकाई का शुभारंभ, उद्योग की सौगात के साथ मिला रोजगार

उज्जैनApr 28, 2018 / 11:52 pm

Gopal Bajpai

कैप्शन: केंद्रीय मंत्री गेहलोत व सीएम चौहान ने इकाई का किया उज्जैन. दिव्यांगों के लिए सहायक उपकरण निर्माण करने वाले देश के चुनिंदा शहरों में उज्जैन भी शामिल हो गया है। मप्र में जबलपुर के बाद उज्जैन में दूसरी सहायक उत्पादन इकाई स्थापित हुई है, जहां विभिन्न प्रकार के उपकरण निर्मित हो सकेंगे। यहां बनने वाले उपकरण विशेष रूप से पश्चिम क्षेत्र की आवश्यकता की पूर्ति करेंगे।

देवासरोड मानपुरा में नवस्थापित एलिम्को की सहायक उत्पादन इकाई का शनिवार को मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान व सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री थावरचंद गेहलोत ने उद्घाटन किया। उन्होंने यूनिट में तैयार हो रहे उपकरणों का जायजा लिया। इस दौरान मुख्यमंत्री बैटरी चलित मोटराइज्ड ट्राइसिकल पर भी बैठे। मुख्यमंत्री चौहान ने यूनिट को दिव्यांग और शहर के लिए बड़ी सौगात बताया। उन्होंने कहा, दिव्यांगों में एक कमी होती है उनकी क्षमता में कोई कमी नहीं होती। हमारा कर्तव्य है कि उनकी मदद करें क्यों कि थोड़ी सी मदद मिलने पर ही वे प्रदेश व देश के विकास में महत्वपूर्ण भागीदारी करते हैं। उन्होंने यह भी कहा, असमानता की खाई बढ़ी है। इसे दूर करने के दो रास्ते हैं, पहल वर्ग संघर्ष जो अनुचित है। दूसरा रास्ता है समरसता का, जिनके पास अधिक धन है उनसे टैक्स लेकर जरूरतमंदों में बांट देना। सरकार जनहितेषी योजनाओं में सभी वर्ग को सक्षम करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने सामाजिक न्याय विभाग की योजनाओं के लिए शहर व प्रदेश में जमीन उपलब्ध कराने की बात भी कही। कार्यक्रम में सांसद चिंतामणि मालवीय, राज्यसभा सदस्य सत्यनारायण जटिया सहित विधायक मौजूद थे।

क्रियान्वयन के लिए अधिकारियों को निर्देश दें

कार्यक्रम में सांसद मालवीय ने कहा, इस इकाई के लिए सत्यनारायण जटिया ने कई वर्ष पहले कवायाद की थी। इसी बात को दोहराते हुए गेहलोत बोले, जटियाजी ने इसकी नींव रखी थी और मैं उसका साक्षी हूं। सरकार जाने से प्रोजेक्ट धरातल पर नहीं आ सका लेकिन जब मुझे यह मंत्रालय मिला तो जटियाजी का सपना पूरा करने का संकल्प ले लिया। मुख्यमंत्री से निवेदन है कि मेरे मंत्रालय में और भी कई योजनाएं हैं, जिन्हें मप्र में क्रियान्वित करने के लिए वह संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करें कि बिना विलंबन हरी झंडी दी जाए ताकि प्रदेश के विकास में हम कोई योगदान दे सकें। गेहलोत ने बताया, उज्जैन ईकाई से पश्चिम क्षेत्र कवर किया जा सकेगा। दो-तीन साल बाद इकाई का विस्तार भी किया जाएगा।

कार्यक्रम में यह भी

– दिव्यांग रोजगार मेला लगाया गया, जिसमें १२४ लोगों को रोजगार दिया गया।

– दिव्यांगों को करीब २५ लाख के लोन प्रकरण मंजूर हुए।

– मोटराइज्ड ४० ट्रायसिकल वितरीत की र्ग।

– ७६ हितग्राहियों स्वाइन मशीन दी गई।

प्रोजेक्ट

लागत- २१.०३ करोड़ रुपए।

क्षेत्रफल- ३८०० वर्ग मीटर

कार्यशाला- ६ जिसमें भंडारण गृह, कम्पोनेंट्स निर्माण वर्कशॉप, फैब्रिकेटिंग शॉप, एनोडाइजिंग शॉप, पाउडर कोटिंग शॉप, एसेम्बली शॉप

समय लगा- एक वर्ष १० महीने में

निर्माण होगा- मोटराइज्ड ट्रायसिकल, व्हील चेयर, बैसाखी, वॉकिंग स्टिक, टेट्रा पॉड, ट्राइ पॉड

रोजगार- १०० लोगों को

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