महाकाल लोक से उन्नति के द्वार खुले, अब सजग हो सुधारें शहर की व्यवस्थाएं
पत्रिका टॉक शो- अभा ब्राह्मण समाज ने शो में रखी बेबाकी से अपनी बात
पत्रिका टॉक शो- अभा ब्राह्मण समाज ने शो में रखी बेबाकी से अपनी बात
उज्जैन. हर दिन मां शिप्रा के पावन जल से बाबा महाकाल का जलाभिषेक होना चाहिए, तब इसमें होने वाली गंदगी और मिलने वाले नालों को रोका जा सकता है। अन्य तीर्थों की तरह रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर प्रसाद के तौर पर मां शिप्रा का जल सस्ते दाम में यदि बेचा जाए, तो शिप्रा को मैली होने से बचाया जा सकता है।
यह बात गुरुवार शाम को पत्रिका द्वारा आयोजित टॉक शो में अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज के लोगों ने कही। उन्होंने कहा कि पत्रिका हमेशा से जनता से जुड़े मुद्दे लेकर आया है, इस बार भी जो ङ्क्षबदु उठाए जा रहे हैं, उससे बेशक शहर की जनता को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि बाबा महाकाल की नगरी में श्री महाकाल लोक बन जाने के बाद शहर में एक तरह से उन्नति के नए द्वार खुले हैं। जनप्रतिनिधियों को इसके लिए सजग होकर यहां की व्यवस्थाओं को सुधारने की तरफ कार्य करने होंगे। पुराने शहर को और अधिक विकसित किया जाए, ताकि आने वाले ङ्क्षसहस्थ में लोगों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। क्योंकि अभी केवल महाकाल लोक देखने वाले ही आ रहे हैं, तो यह स्थिति है।
गणमान्यजन ने दिए सुझाव
चौड़ीकरण सरकार करती है, प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है कि उन व्यापारियों की सुध पहले ले, जो वहां बैठकर वर्षों से व्यापार करते आए हैं।
हमारे शहर का विकास हो, यह हम सबका उद्देश्य है। ट्रैफिक की व्यवस्था और सुधरना चाहिए ताकि बाहर से आने वाले श्रद्धालु परेशान न हों।
महाकाल मंदिर का अपना प्राधिकरण और थाना अलग गठित हो, ताकि सारे काम निर्बाध रूप से संचालित हों। इसमें कोई प्राइवेट एजेंसी इन्वाल्व न हो।
सोमनाथ की तर्ज पर यहां भी ऐसी व्यवस्था की जाए, जिससे हर आने वाले यात्री अपने हाथ से मां शिप्रा का जल बाबा महाकाल को अर्पण कर सके।
देश के बड़े तीर्थों में प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति तक को नहीं जाने दिया जाता है, उसी प्रकार हमारे यहां भी वीआइपी के आने पर उन्हें नंदी हॉल में रोका जाए।
शहर के विभिन्न मंदिरों की भीड़ महाकाल मंदिर में आकर इक_ा होती है, इसे रोकने के लिए बाकी तीर्थ स्थलों का भी विकास होना चाहिए।
शिप्रा को शुद्ध रखने के लिए सरकार को सेवरखेड़ी डेम का निर्माण और ज्यादा से ज्यादा विकास करना चाहिए।
बैठक में ये हुए शामिल
अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज के राष्ट्रीय महामंत्री पं. तरुण उपाध्याय, संरक्षक पं. सुरेश मोड, पूर्व अपर कलेक्टर पं. रमेशचंद्र पंड्या, पं. राजेंद्र गुरु शर्मा, पं. जियालाल शर्मा, पं. सुरेंद्र चतुर्वेदी, तरुण उपाध्याय, शैलेंद्र द्विवेदी, रामेश्वर दुबे, राजेश व्यास, हेमंत व्यास, विजय व्यास, यशवंत व्यास, गौरव नारायण उपाध्याय, स्वप्निल शास्त्री, एसएन शर्मा, हेमंत शास्त्री, मुकेश जोशी जर्नलिस्ट, पंडित सदानंद त्रिपाठी, मुकेश जोशी, विनय कुमार ओझा, पंडित अमित मिश्रा सहित अन्य सदस्य शामिल हुए।
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