संभागायुक्त एमबी ओझा गुरुवार सुबह 11.30 बजे के करीब उज्जैन विकास प्राधिकरण कार्यालय पहुंचे थे। यहां उन्होंने यूडीए अध्यक्ष का दायित्व संभाला। यूडीए सीइओ अभिषेक दुवे से प्राधिकरण के बारे में चर्चा के बाद वे यहां संचालित सैल्स टैक्स विभाग कार्यालय को देखने पहुंचे। यहां पर कुर्सियां खाली पड़ी थी कर्मचारी नदारद थे। उन्होंने पूछा कि आपके अधिकारी कहां पर है तो किसी को जानकारी नहीं थी। जब पूछा कि कौन-कौन कर्मचारी छुट्टी पर हैं तो इसकी जानकारी भी किसी के पास नहीं थी। वहीं कार्यालय में फाइलें बेतरतीब पड़ी हुई तो गंदगी भी पसरी मिली। कार्यालय का माहौल देख नाराज संभागायुक्त बोले- यहां तो अफरा-तफरी है। उन्होंने मौजूद कर्मचारियों से कहा- मैं कार्रवाई करुंगा। दरअसल सेल्स टैक्स के संभागीय कार्यालय में अमूमन कोई जाता नहीं है। यहां मौजूद कर्मचारियों को उम्मीद नहीं थी कि संभागायुक्त पहुंच जाएंगे। लिहाजा कार्यालय अस्त-व्यस्त था।
इसके बाद संभागायुक्त टीएंडसीपी के कार्यालय पहुंचे तो यहां कार्यालय में ही झोपड़ी टाइप बनाकर चाय बनाई जा रही थी। संभागायुक्त ने कहा-इसे हटाया जाए। टेबल पर नाश्ता बिखरा पड़ा था और गंदगी फैली हुई थी। ऐसी ही स्थिति फम्र्स एंड सोसायटी में मिली, यहां भी कर्मचारी सीट पर नहीं थे और गदंगी फैली थी। संभागायुक्त ने चेताया कि आप लोग व्यवस्था ठीक कर लें, अगली दफा ऐसे हालत नहीं मिलना चाहिए।
बाबू एक-एक कैबिन लेकर बैठे हैं, यहां और लोगों को बैठाएं
संभागायुक्त अध्यक्ष का दायित्व संभालने के बाद प्राधिकरण कार्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने देखा कि यहां बड़े-बड़े कैबिन बनाकर एक-एक बाबू बैठे हैं तो कहा इतनी जगह ले रखी है यहां और भी कर्मचारी बैठ सकते हैं। हालांकि निरीक्षण के दौरान कोई खास कमियां नहीं निकली। दरअसल प्राधिकरण में कर्मचारियों को पहले ही बता दिया गया था कि संभागायुक्त आने वाले हैं। ऐसे में कर्मचारी सुबह से अलर्ट पर थे और इधर-उधर घूमने वाले कर्मचारी अपनी सीट पर बैठे हुए थे।
सीइओ से बोले- पहले पुरानी संपत्ति बेचें
संभागायुक्त ने प्राधिकरण की योजनाओं के बारे में भी सीइओ दुवे व अधिकारियों से चर्चा की। जब उन्हें प्राधिकरण के नए प्रोजेक्ट के बारे में बताया गया तो वे बोले कि आप लोग पहले अपनी पुरानी संपत्ति को बेचें, उसके बाद नए पर प्लॉन कर। संभागायुक्त ने अधिकारियों से इंदौर, देवास व आसपास के शहरों में भी प्राधिकरण की योजनाओं के प्रचार कर लोगों को संपत्ति बेचने के लिए कहा।
इनका कहना
सेल्स टैक्स विभाग में अफरा-तफरी का माहौल मिला। वहां अधिकारी नहीं, किसी के पास जानकारी नहीं थी कि कौन-कहां है। मैं विभाग में इस लापरवाही को लेकर प्रमुख सचिव को पत्र लिख रहा हूं। यूडीए में मैंने में नए प्रोजेक्ट से पहले पुरानी संपत्तियों को प्राथमिकता से बेचने को कहा है।
– एमबी ओझा, संभागायुक्त व यूडीए चैयरमेन