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उज्जैन

रातभर लगी टीम तब क्षिप्रा ज्यादा गंदी होने से बची

रातभर चला सदावल सीवरेज लाइन सुधारने का कार्य, नाला मिला तो रामघाट का पानी बदला, शिवरात्रि से पहले नदी में साफ पानी की व्यवस्था, आज से नए शहर में जलप्रदाय

उज्जैनFeb 16, 2020 / 09:53 pm

aashish saxena

The team kept up overnight then Kshipra was saved from being dirty.

रातभर चला सदावल सीवरेज लाइन सुधारने का कार्य, नाला मिला तो रामघाट का पानी बदला, शिवरात्रि से पहले नदी में साफ पानी की व्यवस्था, आज से नए शहर में जलप्रदाय

उज्जैन. सदावल ट्रीटमेंट प्लांट की क्षतिग्रस्त हुई सीवरेज लाइन को सुधारने का कार्य शनिवार को लगभग पूरी रात चला। रविवार तड़के लाइन को दुरस्त कर टेस्टिंग भी कर लिया गया। हालांकि इस बीच फ्रीगंज क्षेत्र के नालों का गंदा पानी क्षिप्रा नदी मिला जिसके चलते र कुछ घंटों बाद ही रामघाट पर पुराना पानी खाली कर स्वच्छ पानी जमा करना शुरू कर दिया गया।

शहर के गंदे नालों का पानी ट्रीटमेंट के लिए सदावल प्लांट तक जिस सीवरज लाइन से पहुंचाया जाता है, शनिवार को वह क्षतिग्रस्त हो गई थी। पाइप लाइन सुधारने के लिए पीएचई को पपिंग स्टेशन बंद करना पड़ा था जिसके कारण नाले का पानी नदी में मिला। रातभर दुस्तरीकरण कार्य जारी रखा गया ताकि नदी में गंदा पानी कम से कम मिल पाए। इधर रविवार को फ्रीगंज क्षेत्र में जलप्रदाय भी नहीं किया गया जिसके कारण लोगोंं को परेशानी झेलना पड़ी। सोमवार से नए शहर में भी तय समय पर जलप्रदाय होगा।

नदी के पानी में आंशिक बदलाव

सीवरेज लाइन दुरस्त करने के लिए नालों का पंपिंग स्टेशन बंद करना जरूरी था। नालों का कम से कम पानी नदी में मिले इसके लिए शनिवार शाम 7 बजे बाद पंप बंद किए गए थे। रात के समय घरों में पानी का कम उपयोग कम होता है इसलिए नालों के पानी की आवक कम रही। सुबह करीब ४ बजे तक सीवरेज लाइन दुरस्त कर पंपिंग स्टेशन भी रिस्टोर कर दिए गए थे। पंप बंद करने से लेकर अगले दिन तड़के पंप शुरू करने तक नालों का जितना पानी नदी में मिला, उसके प्रभाव की भी जांच की गई। इससे पता चला कि नदी के पानी की गुणवत्ता में उल्लेखनीय बदलाव नहीं आया है। नाले का पानी मिलने से पूर्व नदी के पानी में की टर्बिडिटी 7.2, पीएच 8.17 और कलर 12 था जबकि रविवार को सीवर मिलने के बाद पानी की टर्बिडिटी 8, पीएच 8.2 और कलर 14 था। मसलन पानी की गुणवत्ता 95 प्रतिशत तक थी।

गऊघाट का एक गेट खोला

महाशिवरात्रि पर्व के चलते क्षिप्रा नदी में स्वच्छत पानी उपलब्ध किया जाना है। इसके लिए पूर्व में ही कार्यक्रम तैयार कर लिया गया था। सीवर लाइन दुरस्ती के लिए जब पम्प बन्द किया गया तो रामघाट पर स्टॉप डेम के सभी गेट खोल दिए गए थे ताकि पुराना व गंदा पानी आगे बहाया जा सके। इसी प्रकार भूखीमाता घाट के गेट भी खोल दिए गए थे। घाटों पर पहले से जमा पानी रविवार को काफी निकल चुका था। एेसे में शाम को गऊघाट स्टॉप डेम का एक गेट खोल साफ पानी छोड़ा गया। इधर एडीएम आरपी तिवारी ने पीएचई कार्यपालनयंत्री धर्मेंद्र वर्मा व एनवीडीए अधिकारियों के साथ घाटों का निरीक्षण किया और नदी में साफ पानी जमा करने की व्यवस्था का जायजा लिया। तिवारी ने एनवीडीए इंजीनियर को साफ पानी निरंतर प्रदाय करने के निर्देश दिए हैं।

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